Jodhpur News: वांगचुक ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जो संदेश भेजा है उसमें उन्होंने लेह हिंसा में मारे गए 4 लोगों की स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि जब तक निष्पक्ष जांच नहीं होती वे जेल में ही रहने के लिए तैयार हैं।
Sonam Wangchuk Message From Jail: लद्दाख में हुई हिंसा के मामले में NSA के तहत गिरफ्तार किए गए सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक इन दिनों जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। शनिवार को उन्हें विशेष अनुमति के तहत उनके बड़े भाई त्सेतन दोरजे और अधिवक्ता मुस्तफा हाजी ने जेल में मुलाकात की।
वकील मुस्तफा हाजी ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर पुष्टि करते हुए बताया कि वांगचुक पूरी तरह मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं। उन्होंने देशवासियों से मिल रहे समर्थन और प्रार्थनाओं के लिए आभार जताया है।
वांगचुक ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जो संदेश भेजा है उसमें उन्होंने लेह हिंसा में मारे गए 4 लोगों की स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि जब तक निष्पक्ष जांच नहीं होती वे जेल में ही रहने के लिए तैयार हैं।
गौरतलब है कि 26 सितंबर को लद्दाख को राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन में हिंसा भड़क उठी थी, जिसके बाद वांगचुक को एनएसए के तहत हिरासत में लेकर जोधपुर लाया गया था। वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसकी सुनवाई आज हुई।
वांगचुक ने लद्दाख और देशवासियों के नाम संदेश में कहा है:
जिन लोगों की जान गई, जो घायल हुए या गिरफ्तार किए गए, उनके प्रति गहरी संवेदना।
हिंसा में मारे गए लोगों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जब तक ऐसा नहीं होता, वे स्वेच्छा से जेल में रहेंगे।
लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर वे KDA और लद्दाख की जनता के साथ मजबूती से खड़े हैं।
आमजन से अपील की है कि वे शांति और एकता बनाए रखें, और गांधीवादी अहिंसात्मक तरीकों से संघर्ष जारी रखें।