Kanpur blast कानपुर में विस्फोट कब बड़ा खुलासा हुआ है। यह विस्फोट स्कूटी के डिग्गी में नहीं हुआ था। पुलिस कमिश्नर ने क्षेत्र के एसीपी को हटाते हुए थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
Kanpur blast कानपुर में 8 अक्टूबर की रात हुए विस्फोट के बाद पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। इस संबंध में 12 लोगों की पहचान की गई है। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मौके पर मिले दो स्कूटी में एक चोरी की है। जबकि दूसरे का चालक गंभीर अवस्था में घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए लखनऊ में भर्ती कराया गया है। पुलिस आयुक्त रघुवीर लाल ने यह जानकारी दी है। उन्होंने इस बात से खंडन किया कि यह विस्फोट 'खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स' या आतंकवादी घटना है। यह अवैध रूप से भंडारण किए गए पटाखे में विस्फोट से जुड़ा है। पुलिस कमिश्नर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के मूलगंज थाना क्षेत्र स्थित मिश्री बाजार में विस्फोट की घटना हुई थी। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें दिखाई पड़ रहा है कि विस्फोट दुकान के सामने रखें पटाखों के गत्ते में हुआ था। जबकि शुरुआती दौर पर बताया गया था कि विस्फोट स्कूटी के डिग्गी में हुआ है। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि घटना में आठ व्यक्ति घायल हुए हैं। जिनमें चार की हालत गंभीर है। जिन्हें लखनऊ रेफर किया गया है। बाकी चार में से दो का उपचार चल रहा है। दो को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सघन निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान विस्फोट स्थल से 25 मीटर की दूरी पर अत्यधिक मात्रा में पटाखों से भरा एक गोदाम मिला है। जबकि घटनास्थल के पास स्थित दुकान से भी पटाखे बरामद किए गए हैं। जिनका अवैध भंडारण (illegal firecrackers stocking) किया गया था। बिना लाइसेंस पटाखे का व्यापार करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। अब तक 12 लोगों की पहचान की गई है। ताहिर नाम के एक अन्य व्यक्ति की तलाश है।
विस्फोट मामले में पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने मूलगंज थाने में तैनात पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। जिसमें थाना प्रभारी भी शामिल है। जिन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। जबकि सहायक पुलिस आयुक्त ACP को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।