Kanpur Jhansi railway route found fire extinguisher झांसी-कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर उस समय बड़ा हादसा होने से बच गया। जब लखनऊ आ रही पुष्पक एक्सप्रेस के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक लिया। इस संबंध में उन्होंने रेलवे पुलिस को भी जानकारी दी।
Kanpur Jhansi railway route found fire extinguisher कानपुर झांसी रुट पर उस समय बड़ा हादसा होने से बच गया। जब मुंबई से लखनऊ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस के पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक दिया। पटरी के बीच में अग्निशमन यंत्र रखा था। होल्डिंग लाइन में होने के कारण गाड़ी की स्पीड कम थी। जिससे चालक ने गाड़ी को नियंत्रित कर लिया। अन्यथा स्थिति बिगड़ सकती थी। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची रेलवे पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। अग्निशमन यंत्र पर 'जीकेपी' यानी गोरखपुर लिखा था। रेलवे पुलिस का मानना है कि अग्निशमन यंत्र किसी ट्रेन से गिर गया है। रेल प्रबंधक ने भी इसी प्रकार का बयान दिया है। इसकी जांच 'कैरिज एंड वैगन विभाग रेलवे' कर रहा है।
Jhansi railway route found fire extinguisher घटना 29 सितंबर की है। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से लखनऊ आ रही पुष्पक एक्सप्रेस भीमसेन स्टेशन से आगे बढ़ी थी कि चालक को पटरी पर कुछ दिखाई पड़ा। होल्डिंग लाइन होने के कारण गाड़ी की स्पीड कम थी। चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक लिया। ट्रेन से उतर कर देखा तो पटरी के बीच में अग्निशमन यंत्र पड़ा था। इसकी जानकारी जीआरपी और आरपीएफ को दी। अपनी ट्रेन से ही अग्निशमन यंत्र लेकर कानपुर सेंट्रल पहुंचा। जहां उन्होंने आरपीएफ के सुपुर्द कर दिया।
Jhansi railway route found fire extinguisher इधर आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने जांच शुरू की। इस दौरान जानकारी हुई कि यह अग्निशमन यंत्र को सीनियर सेक्शन इंजीनियर कैरिज एंड वैगन यंत्र गोरखपुर ने जारी किया था। जिसकी वैधता 14 दिसंबर 2024 लिखी थी। अग्निशमन यंत्र क्षतिग्रस्त भी हो गया था। जिससे रेलवे पुलिस ने अनुमान लगाया कि यह ट्रेन से गिर गया है। जांच में पता चला कि पुष्पक एक्सप्रेस के आगे गोरखपुर से मुंबई जा रही कुशीनगर एक्सप्रेस करीब सवा दो घंटे पहले निकली थी। यह अग्निशमन यंत्र कुशीनगर एक्सप्रेस का हो सकता है। फिलहाल इस बात की जांच की जा रही है कि अग्निशमन यंत्र किस गाड़ी से गिरा है? जिसकी जांच कैरिज एंड वैगन विभाग रेलवे को दी गई है।