Meteorologists said delay in arrival of cold. पूर्व दिशा से आने वाली हवाओं के कारण मौसम में उथल-पुथल दिखाई पड़ रहा है। उत्तर और पश्चिम दिशा से आने वाली हवाओं पर पूर्व दिशा से आने वाली हवाएं भारी पड़ रही हैं। मौसम वैज्ञानिक ने ठंड को लेकर बड़ा बयान दिया है।
Meteorologists said delay in arrival of cold मौसम विभाग के अनुसार बुलंदशहर का तापमान पिछले 24 घंटे में सबसे कम दर्ज किया गया जबकि कानपुर नगर का तापमान सबसे अधिक है। जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले कुछ दिनों तक पहुंचे आसमान में बादल छाए रहेंगे। धुंध और धूप के कारण धूप में थोड़ी नमी रहेगी। रात और दिन के तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। ऐसे कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिमी हवाओं का आना एक बार फिर कानपुर मंडल के जिलों में शुरू हो गया है। दक्षिण और पूर्वी क्षेत्र से आने वाली दवाओं का भी असर बना हुआ है। प्रदूषण और सुबह-शाम की धुंध छाये रहने की संभावना है। 28 नवंबर तक का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम 26 डिग्री रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार बुलंदशहर सबसे ठंडा जिला रहा। यहां का तापमान 9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद मुजफ्फरनगर का तापमान 10.8, इटावा का 11, बाराबंकी का 11.5, और कानपुर नगर का 11.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान में कानपुर और बहराइच में नाम दर्ज कराया है। सबसे अधिक तापमान कानपुर और बहराइच का 29.4 डिग्री दर्ज किया गया है। गोरखपुर 29.02 डिग्री, शाहजहांपुर 29.8 डिग्री, अयोध्या 28.5 डिग्री दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार कानपुर में रविवार 23 नवंबर का अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम 16 डिग्री रहने का अनुमान है। खिली धूप निकलेगी। सोमवार 24 नवंबर का तापमान 14 से 26 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है, जबकि मंगलवार 25 नवंबर का तापमान 14 से 25 डिग्री के बीच रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार कानपुर मंडल में इस हफ्ते का तापमान 12 से 26 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। 27 नवंबर गुरुवार को आसमान में बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार देश में हवाओं की दिशा में परिवर्तन दिखाई पड़ रहा है। कई स्थानों पर पूर्वी हवाएं चल रही है जो तापमान को बढ़ाएंगी, जबकि पश्चिम और उत्तर दिशा से आने वाली हवाएं तापमान को गिराएंगी। लोगों को ठंड का एहसास होगा। लेकिन इसका असर काफी कम देखने को मिलेगा। जिससे इस वर्ष सर्दी आने में और देर हो सकती है। पूर्वी हवाएं और उत्तर पश्चिमी हवाएं आपस में टकरा रही है। लेकिन पहाड़ी क्षेत्र से आने वाली हवाएं कमजोर पड़ रही हैं।