Taking out a procession without permission costly for Congressmen, case registered कानपुर में नेशनल हेराल्ड मामले में जुलूस निकालने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अभी वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इधर कांग्रेसियों ने कहा कि वह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेंगे।
कानपुर में नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेसियों को विरोध प्रदर्शन करना महंगा पड़ गया। जब पुलिस की मांग पर जुलूस में शामिल कांग्रेसी पदाधिकारियों ने अनुमति पत्र नहीं दिखा सके। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो जमकर नारेबाजी हुई। बड़ा चौराहा को जाम कर दिया श। जिससे आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हुई। वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है। अब तक 50 अज्ञात सहित 57 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला कानपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र का है। जहां मुकदमा दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में नेशनल हेराल्ड मामले में विरोध दर्ज करने के लिए कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। ईडी की कार्रवाई के खिलाफ पूर्व विधायक, एआईसीसी सदस्य, कार्यकर्ता ने जमकर नारेबाजी की। मेस्टन रोड होते हुए जुलूस बड़े चौराहे की तरफ जा रहा था। रास्ते में सब इंस्पेक्टर सौरव सिंह ने जुलूस को रोकने का प्रयास किया। उन्होंने जुलूस के लिए अनुमति पत्र मांगा। लेकिन जुलूस में शामिल लोग अनुमति पत्र नहीं दिखा सके।
इसी बीच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और बड़े चौराहे की तरफ बढ़ने लगे मौके पर मौजूद पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी बड़े चौराहे की तरफ पहुंच गए और उन्होंने जाम लगा दिया। मुकदमा दर्ज होने पर कांग्रेसियों ने कहा कि उनका धरना प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
सब इंस्पेक्टर सौरभ सिंह की तहरीर पर पुलिस में कृपाशंकर त्रिपाठी, भूधर नारायण मिश्र, संदीप शुक्ला, विकास अवस्थी, सौरभ सिंह, हमजा निहाल, हरिप्रकाश के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। जबकि 50 अज्ञात है। पुलिस ने बताया कि फुटेज का निरीक्षण की जा रही है। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।