कानपुर

शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट की सजा: मुकदमा खत्म करने, जमानत का आश्वासन, जांच साइबर सेल के पास

Teacher punished digital arrest कानपुर में शिक्षिका के ऊपर मनी लांड्रिंग का केस चल रहा है। इसकी जानकारी एक अनजान फोन से हुई। मुकदमा खत्म करने और जमानत पर छोड़ने के लिए शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट किया गया। बैंक अकाउंट खाली होने के बाद शिक्षिका की आंखें खुली तो...।

2 min read
Mar 06, 2025

Teacher punished digital arrest कानपुर में स्कूल में पढ़ा रही महिला शिक्षिका के पास फोन आया। जिसमें बताया गया कि वह ट्राई डिपार्टमेंट से बोल रहा है। आपके नाम पर सिम खरीदा गया है। जिसके माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। आपको गिरफ्तार करने के लिए अरेस्ट वारंट भी जारी कर दिया गया है। इतना सुनते ही महिला हड़बड़ा गई। उन्होंने बताया कि वह स्कूल में है। इस पर सामने वाले ने बताया कि वह सीबीआई अधिकारी है। 10 फरवरी को पहले फोन आया था। उसके बाद व्हाट्सएप मैसेज पर बातचीत होने लगी। बात मुकदमा खत्म करने के साथ जमानत की भी चर्चा हुई। जिसके नाम पर लंबी वसूली की गई। महिला शिक्षिका ने साइबर सेल में शिकायत की है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। निहारिका अपार्टमेंट सर्वोदय नगर काकादेव निवासी निशि सचदेवा स्कूल में टीचर है जिनके पास बीते 10 फरवरी को फोन आता है सामने वाले ने बताया कि वह ट्राई से बोल रहा है।‌ आपके नाम पर सिम खरीदा गया है। जिससे गलत मैसेज किया जा रहे हैं। निशी सचदेवा ने बताया कि वह स्कूल में है। इस पर सामने वाले ने कहा कि वह सीबीआई से बोल रहा है। आपकी आईडी से निकल गए सिम के माध्यम से मनी लांड्रिंग किया गया है। ‌आपके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है।

बीच का रास्ता निकाला गया

सीबीआई अधिकारी ने बताया कि मामला खत्म किया जा सकता है। इसके लिए आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाएगा। मुकदमा खत्म होने पर आपकी जमानत हो जाएगी। 11 फरवरी को एक लाख रुपए ट्रांसफर किए। इस दौरान व्हाट्सएप मैसेज पर बातचीत होती रही। 17 फरवरी को एक बार फिर 7 लाख रुपए का आरटीजीएस किया गया। निशी सचदेवा को 8 लाख रुपए देने के बाद ठगे जाने का एहसास हुआ। उन्होंने साइबर सेल थाना में तहरीर देकर अपनी आप बीती सुनाई। साइबर सेल के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए। उनकी जांच कर रही है।

Also Read
View All

अगली खबर