कासगंज में पूर्व सभासद के बेटे की जिंदा जलाकर हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी ने कबूल किया है कि मैं पत्नी की इज्जत बचाना चाहता था…इसलिए मार दिया।
मेरा नाम जुबैर है और मैं इस्लामनगर का रहने वाला हूं। जो कुछ हुआ, वह बहुत बड़ा गुनाह है, यह मैं मानता हूं। लेकिन यह सब अचानक नहीं हुआ। इसके पीछे लंबे समय से चल रहा दर्द और गुस्सा था।
अवीशान रिश्ते में मेरा भतीजा लगता था। वह हमारे घर आता-जाता था। भरोसे का रिश्ता था, लेकिन वही भरोसा एक दिन मेरे लिए सबसे बड़ा जख्म बन गया। एक दिन मेरी पत्नी रोते हुए मेरे पास आई और बताया कि अवीशान उसे परेशान करता है। वह गलत नजर रखता था और पैसे देकर गलत काम के लिए कहता है। यह सुनकर मेरा सिर शर्म से झुक गया और दिल टूट गया।
मैंने अवीशान को कई बार समझाया। डांटा, चेतावनी दी और हाथ जोड़कर भी कहा कि मेरी पत्नी से दूर रहे। लेकिन वह नहीं माना। मेरी पत्नी डर में जीने लगी और मैं अंदर ही अंदर टूटता और जलता रहा। एक पति होने के नाते मैं खुद को बेबस महसूस करने लगा। धीरे-धीरे मेरे अंदर गुस्सा बढ़ता चला गया।
21 दिसंबर की रात मैं अवीशान को बाइक पर बैठाकर ताजपुर रोड पर बिजली घर के पीछे खेत की झोपड़ी में ले गया। वहां हमने शराब पी। वह नशे में पूरी तरह धुत हो गया। इसके बाद मैंने झोपड़ी में आग लगा दी। आग में जलकर उसकी मौत हो गई। यह बात आरोपी ने पूछताछ में बताई।
मामला कासगंज के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र का है। यहां 21 दिसंबर की रात ताजपुर गांव में भट्ठा रोड पर खेत की झोपड़ी में आग लगने की सूचना मिली थी। ग्रामीणों ने आग बुझाई तो अंदर एक युवक का जला हुआ शव मिला। मृतक की पहचान इस्लामनगर निवासी अवीशान सैफी के रूप में हुई। मृतक के भाई जीशान सैफी ने थाना सिढ़पुरा में जुबैर समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। शुक्रवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए जुबैर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसे जेल भेज दिया गया है।