Diwali Bazaar Katni City
कटनी. धनतेरस और दीपावली का त्योहारी सीजन कटनी के बाजारों में विशेष रौनक लेकर आता है। इस दौरान विशेष रूप से बर्तन और सोने-चांदी की खरीदी का रिवाज होता है, जो न केवल परंपरा बल्कि धार्मिक आस्था का प्रतीक भी है। शहर के बाजारों में हीरागंज, गर्ग चौराहा, कारगिल चौक, नई बस्ती, झंडा बाजार मार्ग, सब्जी मंडी के पास, माधवनगर और अन्य स्थानों पर बर्तनों की दुकानों पर रंग-बिरंगे और आकर्षक डिजाइन के बर्तन बिक्री के लिए सजाए गए हैं।
पंडित बिहारी चतुर्वेदी के अनुसार, हिंदू धर्म में धनतेरस का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान धनवंतरी का पूजन किया जाता है, जो स्वास्थ्य और आयु के देवता माने जाते हैं। बर्तन खरीदना इस दिन समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, और मान्यता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। चतुर्वेदी के अनुसार, तांबे, पीतल और स्टील के बर्तन खरीदना विशेष फलदायी होता है, क्योंकि ये धातुएं शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक मानी जाती हैं।
दुकानदारों ने ग्राहकों को आकर्षित करने की तैयारी
त्योहार के समय दुकानदार विशेष तैयारी करते हैं। बर्तन विक्रेता इस मौके पर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नए-नए डिजाइन और आकर्षक पैकेजिंग में बर्तन मंगवाते हैं। इस बार भी कटनी के दुकानदारों ने अलग-अलग आकार, डिजाइन और गुणवत्ता के बर्तन उपलब्ध कराए हैं। विक्रेताओं का कहना है कि इस बार ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए आधुनिक डिजाइन के साथ पारंपरिक बर्तन भी बाजार में उपलब्ध कराए गए हैं। हर वर्ष धनतेरस के दिन कटनी में बर्तन कारोबार लगभग 8 करोड़ रुपए से अधिक का होता है। व्यापारियों का मानना है कि इस बार भी आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। विशेष रूप से मध्यमवर्गीय परिवारों के बीच बर्तन खरीदारी को लेकर अत्यधिक उत्साह है। व्यापारी समुदाय को उम्मीद है कि इस साल बिक्री में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।
स्थानीय निवासियों की राय
चंडिका नगर निवासी शशि सोनी ने बताया कि उनके परिवार में तीन पीढिय़ों से धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा है। सोनी ने कहा, ‘हम भगवान को भी बर्तन अर्पित करते हैं और नई शुरुआत के लिए इन्हें शुभ मानते हैं। दूसरी ओर कुठला निवासी ममता रजक बताती हैं कि हीरागंज में बर्तनों की विश्वसनीय दुकानें हैं और वह हर वर्ष यहीं से बर्तन खरीदती हैं।
दीपावली पर इसलिए खरीदते हैं बर्तन
धनतेरस और दीपावली पर बर्तन खरीदने की परंपरा के पीछे मान्यता है कि इस दिन खरीदे गए बर्तन घर में संपन्नता लाते हैं। पंडित बिहारी चतुर्वेदी के अनुसार, बर्तन का चमकना और उसमें रखा हुआ जल या भोजन घर के हर सदस्य के लिए स्वास्थ्य और खुशहाली का प्रतीक होता है। इसके अलावा, नई वस्तुओं के रूप में बर्तन घर में नयी शुरुआत की ऊर्जा और खुशहाली को दर्शाते हैं। इस तरह, कटनी का बाजार दीपावली और धनतेरस के मौके पर हर वर्ग के लोगों के लिए कुछ खास लेकर आता है। चाहे वह साधारण बर्तन हो या फैंसी डिजाइनर सेट, हर किसी के बजट में ढलने वाले ये उत्पाद हर घर की जरूरत बन जाते हैं। इस बार के धनतेरस और दीपावली पर भी कटनी के बाजार में उमंग और उत्साह का माहौल है, और व्यापारी उम्मीद कर रहे हैं कि ग्राहकों की रौनक उनके कारोबार को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।