सीआरपीएफ जवान की लोडेड मैगज़ीन चोरी का पुलिस ने किया खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन अब भी फरार, 35 कारतूस बरामद
कटनी. बिहार चुनाव ड्यूटी कर स्पेशल ट्रेन क्रमांक 00411 गया से कच्चेगुड़ा के लिए सीआरपीएफ का फोर्स 21 नवंबर की की रात लौट रहा था। रास्ते में कटनी जंक्शन के आउटर में ट्रेन के रुकने पर छह बदमाश ट्रेन में वारदात को अंजाम देने के लिए ट्रेक पर खड़े थे। ट्रेन रूकी तो गेट लॉक होने की वजह से वे नहीं चढ़ सके तो खिडक़ी खोलकर ही सीआरपीएफ जवान की लोडेड मैगजीन चोरी कर भाग गए। ट्रेन के कटनी पहुंचने पर जब मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो जीआरपी व आरपीएफ और सिटी पुलिस में हडक़ंप मच गया। इस मामले में रविवार को संयुक्त टीम ने बड़ा खुलासा किया। टीम ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए चोरी हुई मैग्जीन से गायब 40 में से 35 कारतूस बरामद कर लिए हैं, जबकि तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।
सीएसपी नेहा पच्चीसिया ने बताया कि बिहार चुनाव की ड्यूटी पूरी करने के बाद सीआरपीएफ के जवान स्पेशल ट्रेन से कटनी के रास्ते कच्चेगुड़ा जा रहे थे। ट्रेन लमतरा और अधारकाप के बीच अस्थाई रूप से खड़ी हुई थी। इसी दौरान सीआरपीएफ की महिला सिपाही अस्वार प्रतीक्षा सुधाकर की इंसास राइफल की एक भरी हुई मैगजीन व एक साथ जवान हिरलबेन का कारतूस रहस्यमय तरीके से चोरी हो गईं। महिला सिपाही ने तुरंत जीआरपी थाने में शिकायत दर्ज कराई। जीआरपी थाना प्रभारी एलपी कश्यप ने बताया कि शिकायत पर एफआइआर दर्ज कर जांच की जा रही थी।
शिकायत मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ और सिटी पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से सक्रिय हुए। आउटर सर्च के दौरान रेलवे ट्रैक किनारे दोनों मैग्जीन बरामद हुईं, लेकिन उनमें से 40 कारतूस गायब थे। चोरी की दिशा में जांच बढ़ाते हुए टीम के मुखबिर तंत्र से मिली सूचना पर कोतवाली थाना क्षेत्र के अधारकाप इलाके से तीन संदिग्धों अजय उर्फ अजना निषाद, अजय उर्फ अज्जू निषाद, लकी निषाद तीनों निवासी आधारकाप को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ में आरोपियों ने चोरी स्वीकार करते हुए 35 कारतूस पुलिस को सौंप दिए।
पुलिस के अनुसार तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन अन्य आरोपी फरार हैं, जिनके पास शेष 5 कारतूस होने की बात सामने आई है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। संयुक्त टीम घटना की पृष्ठभूमि, आरोपी के इरादों और संभावित खतरों की भी जांच कर रही है।
पकड़े गए आरोपी आदतन अपराधी हैं, जो ट्रेनों में चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। इनके बताए गए स्थान पर कई सारे पर्स, एटीएम आदि मिले हैं। मामलों में पूछताछ जारी है। खुलासे के दौरान डीएसपी अंकिता सुल्या, आरपीएफ डिप्टी कमांडेंट बीपी कुशवाहा, सीएसपी नेहा पच्चीसिया, जीआरपी थाना प्रभारी एलपी कश्यप, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी वीरेंद्र सिंह, रंगनाथनगर थाना प्रभारी अरूण पाल, खिरहनी फाटक चौकी प्रभारी महेन्द्र जायसवाल, उप निरीक्षक अनिल मरावी, शिवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
कटनी रेलवे स्टेशन के आउटर अपराधियों के गढ़ है। यहां आएदिन वारदातों को अंजाम दिया जाता है। आरपीएफ व जीआरपी दोनों ही आउटर पर सुरक्षा इंतजामों व अपराध रोकने में अबतक फेल साबित हुई है। न यहां सीसीटीवी कैमरों की निगरानी काम आ रही है और न ही पुलिस की गस्त। लूट और हत्या जैसी गंभीर वारदातें होने के बाद भी जिम्मेदार पुलिस अधिकारी आउटर पर सुरक्षा इंतजामों को लेकर बेपरवाह बने हुए हैं और ट्रेनों का सुरक्षित कहे जाने वाला सफर असुरक्षित हो गया है।