मियावाकी पद्धति से तैयार किए जाएंगे नर्सरी में पौधे, डिवाइडर, पार्क व कार्यालयों में लगेंगे पौधे
कटनी. शहर को हरभरा बनाने के लिए नगरनिगम ने पौधरोपण की तैयारी शुरू कर दी है। करीब 42 लाख रुपए खर्च कर पौधे लगाने का कार्य कराया जाएगा। नगरनिगम ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया कर दी है, जल्द ही इस कार्य के लिए एजेंसी तय की जाएगी। शहर में डिवाइडर, पार्क, शासकीय कार्यालय व सार्वजनिक स्थलों पर हजारों की संख्या में पौधरोपण किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार नगरनिगम द्वारा पौधरोपण के लिए मियावाकी तकनीक ने पौधे तैयार कराए जाएंगे। मियावाकी तकनीक, पौधा रोपण की एक खास विधि है, जिसमें कम दूरी पर छोटे-छोटे इलाकों में कई तरह के देशी पौधे लगाए जाते हैं। बड़े-बड़े पौधों के बीच में छोटे पौधे लगाए जाते हैं, जो बाद में बड़ा होकर सघन जंगल में विकसित हो जाते हैं। इस तकनीक के तहत नर्सरी में बीज को बोया जाता है और जब बीज अंकुरित हो जाता है और उससे दो पत्ते निकल आते हैं, तब उसे दूसरी जगह लगा दिया जाता है। हालांकि, उन पौधों को तब ढक दिया जाता है, ताकि उसे 60 फीसदी सूर्य की रोशनी से दो महीने तक बचाया जा सके।
नगरनिगम द्वारा बारिश के अंतिम दौर में पौधरोपण के लिए टेंडर जारी होने से जानकार सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रदेशभर और जिलेभर में बारिश के सीजन में पौधरोपण किया जाता है लेकिन नगरनिगम बारिश के बाद पौधरोपण की तैयारी कर रहा है। हालांकि अफसरों का कहना है कि यह सिर्फ एक प्रक्रिया है। पौधे तैयार होने के बाद पौधरोपण कराया जाएगा।
बस स्टैंड से लेकर चाका तक करीब तीन किलोमीटर लंबी सडक़ पर डिवाइडर बने हुए है। बीते वर्षों में नगरनिगम ने यहां पौधरोपण कराते हुए उनकी सुरक्षा के लिए जालियां लगाई थीं लेकिन अब यहां न तो जिंदा पौधे नजर आ रहा है और न ही सभी स्थानों पर लोहे की जालियां। जानकारों का कहना है कि पौधरोपण के बाद पौधों की देखरेख न किए जाने से यह स्थिति बनी है। लाखों रुपए खर्च कर किया गया पौधरोपण बर्बाद हो गया है। कई स्थानों पर चोरों ने लोहे की जालियां भी चुरा ली है। नगरनिगम खुद की संपत्ति की सुरक्षा भी नहीं कर पा रहा है।
इनका कहना
शहर में पौधरोपण कराने की तैयारी की जा रही है। इस बार मियावाकी तकनीक ने पौधे तैयार कराए जाएंगे। पौधरोपण के लिए स्थल चिन्हित कर लिए गए हैं। जल्द ही प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
नीलेश दुबे, आयुक्त, नगरनिगम