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जिस कर्मचारी पर भ्रष्टाचार का आरोप वह दो बार लोकायुक्त में हो चुका है ट्रैप

फिर भी अफसरों ने दे रखा है वित्तीय कोष लेखा का काम, स्वास्थ्य विभाग में चरम पर भ्रष्टाचार, अधिकारियों ने अलापा जांच कराने की मांग

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कटनी

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Balmeek Pandey

Dec 29, 2025

Corruption

Corruption

कटनी. बरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत बाकल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से 30 अगस्त 2016 को सेवानिवृत्त होने वाली एएनएम सावित्री वर्मा के साथ हुई 17.36 लाख रुपए की धोखाधड़ी में बड़ी गंभीर मनमानी सामने आई है। लाचार पीडि़ता व परिजनों ने जिस कर्मचारी लिपिक राहुल मिश्रा पर आरोप है वह दो बार लोकायुक्त में ट्रैप हो चुका है। 19 नवंबर 2022 को सहायक ग्रेड-3 को जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के टैक्नीशियन संदीप यादव से समयमान वेतनमान देने के नाम पर 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। इसी प्रकार 2016 में भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में लिपिक के यहां छापामार कार्रवाई हो चुकी है। हालांकि मामला उजागर होने के 24 घंटे बाद भी पीडि़ता को कोई राहत नहीं मिली है।
बता दें कि सुनीता वर्मा के जीपीएफ की राशि एक्सिस बैंक में फर्जी खाता खोलकर जारी कर उसमें जारी करते हुए एटीएम के माध्यम से निकालकर हड़पी गई है। बताया जा रहा है कि यह रकम पेट्रोल पंप में भी ट्रांसफर की गई है। आरटीजीएस के माध्यम से लाखों रुपए यहां से वहां किए गए हैं। लोकायुक्त में ट्रैप कर्मचारी को वित्तीय मामलों का प्रभारी दिया गया अबतक राहुल मिश्रा का न तो चालान पेश किया गया और ना ही निलंबित किया गया। स्वास्थ्य विभाग में अन्य कर्मचारियों को भी नियम विरुद्ध तरीके से पद दिए गए हैं।

अन्य खातों की जांच

2016 में एकसाथ 22 कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए थे, ऐसे में सभी कर्मचारियों को मिलने वाली जीपीएफ, ग्रेच्युटी की राशि की जांच कराने की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के और भी कई फर्जी खाते खोलकर करोड़ों रुपए के वारे-न्यारे किए गए हैं। अभी हाल में 400 से अधिक संविदा कर्मचारियों के दस्तावेज सत्यापन के नाम पर मनमानी की गई है।

चर्चाओं में अनुकंपा नियुक्ति

कुछ माह पहले एक कर्मचारी को चतुर्थ श्रेणी की अनुकंप नियुक्ति दी गई है। बताया जा रहा है कि इस कर्मचारी की नियुक्ति में कई लोगों ने मिलकर बड़ा लाखों रुपए का बड़ा खेल किया है। एक अन्य कर्मचारी की नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार किया गया है।

वर्जन

सेवानिवृत्त एएनएम को 2016 से अबतक जीपीएफ की राशि क्यों नहीं मिली, इस पूरे मामले की जांच के निर्देश सीएमएचओ दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के अनुसार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रिटार्यड एएनएम को राशि दिलाई जाएगी।

आशीष तिवारी, कलेक्टर।