कटनी

भाजपा समर्थित जनपद अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में, 13 सदस्यों ने सौंपा अविश्वास प्रस्ताव

Opposition to district president

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Mar 05, 2025
Opposition to district president

कलेक्टर के समक्ष पेश किया अविश्वास प्रस्ताव, रीठी जनपद अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज है जनपद सदस्य, मनमाने तरीके से कार्य करने का लगाया आरोप

कटनी. जनपद पंचायत रीठी में राजनीतिक उथल-पुखल का माहौल है। भाजपा समर्थित जनपद अध्यक्ष अर्पित अवस्थी की कुर्सी खतरे में आ गई है। अध्यक्ष पद के लिए उन्हें चुनने वाले जनपद सदस्य ही उनके खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। मंगलवार को रीठी जनपद के 15 में से 13 सदस्यों ने अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। हालांकि कलेक्टर ने उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत के पास भेजा।
जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर जनपद सदस्य केरा बाई लोधी, पार्वती पटेल, शिवकली चौधरी, संतोष पटेल, श्यामा बाई सिंह, रतिलाल रैदास, राजकुमारी यादव, अंजनी देवी, मंजी राजभर, चंदाबाई, संतोष कुमार मांझी, प्रकाश चंद्र साहू, कमलेश कुमार कोल कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। सदस्यों ने आरोप लगाया कि जनपद अध्यक्ष द्वारा निर्धारित समय पर सामान्य सभा एवं प्रशासन समिति की बैठक नहीं बुलाई जाती।जनपद क्षेत्र के विकास में जनपद सदस्यों का सहयोग नहीं किया जाता। जनपद अध्यक्ष द्वारा जनपद सदस्यों की मंशा के विपरीत मनमाने तरीके से कार्य किया जाता है।

यह है नियम
पंचायती राज अधिनियम 28 के तहत प्रथम सम्मेलन के ढाई साल बाद ही अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक तिहाई सदस्यों के हस्ताक्षर और उपस्थिति अनिवार्य है। उल्लेखनीय है कि जनपद सदस्यों का चुनाव 06 अगस्त 2022 को हुआ था। कुल 15 में से 9 सदस्यों ने अर्पित अवस्थी के पक्ष में मतदान किया था। अब कुल 15 में से 13 जनपद सदस्यों के अध्यक्ष के खिलाफ होने पर जिला प्रशासन विशेष सम्मेलन बुला सकता है।

जनपद अध्यक्ष बोले-सदस्यों को बरगलाया गया
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रीठी जनपद अध्यक्ष अर्पित अवस्थी का कहना है कि जनपद सदस्यों को बरगलाया गया है। दरअसल इसका कारण प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी है। सदस्यों द्वारा लिखे गए पत्रों पर कार्रवाई नहीं की जाती और न ही पत्रों को महत्व दिया जाता है। बैठकों को लेकर उन्होंने कहा कि जनपद उपाध्यक्ष व सदस्यों द्वारा ही बैठकें निरस्त की गई है। इसका कारण पूर्व में जो सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किए गए थे उसरपर कार्रवाई नहीं होना था। 15वें और 5वें वित्त में मिली राशि सभी सदस्यों को आवंटित की गई है।

इनका कहना
रीठी जनपद के सदस्यों द्वारा कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव को सौंपा गया है। अविश्वास प्रस्ताव का परीक्षण किया जा रहा है। इस संबंध में संबंधित जनपद सीइओ से जानकारी मंगाई गई है। नियमानुसार पदाविहीत अधिकारी की अनुमति से पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने सहित विशेष सम्मेलन बुलाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
शिशिर गेमावत, सीइओ, जिला पंचायत, कटनी

Published on:
05 Mar 2025 08:59 pm
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