कटनी

भीषण गर्मी का प्रकोप, तेजी से लू की चपेट में आ रहे बच्चे, जानें प्रशासन और चिकित्सक की अपील

Severe heatwave : जिले में चल रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) कैंप के दौरान आधा दर्जन बच्चे लू की चपेट में आ गए हैं। सभी बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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Apr 22, 2025

Severe heatwave : मध्य प्रदेश में गर्मी का प्रकोप दिखाई देने लगा है। एक तरफ जहां अस्पतालों में डायरिया के मामलों में खासा तेजी आई है तो वहीं, भीषण गर्मी पड़ने वाले जिलों में लोग लू की चपेट में आ रहे हैं। बात करें कटनी जिले की तो यहां गर्मी का प्रकोप दिख रहा है। तेज धूप और लू के कारण स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रभाव अब सामने आने लगे हैं।

जिले में चल रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) कैंप के दौरान आधा दर्जन बच्चे लू की चपेट में आकर बीमार पड़ गए। सभी बच्चों को तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है।

NCC कैंप में भाग ले रहे कई जिलों के बच्चे

जानकारी के अनुसार, एनसीसी कैंप में भाग लेने के लिए कई बच्चे कटनी के अलावा अन्य जिलों से भी आए हैं। जिले में तापमान तेजी से बढ़ रहा है और लू की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में तेज गर्मी में निरंतर प्रशिक्षण लेने के चलते बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के चलते बच्चों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया।

डॉक्टरों ने बताया खतरे से बाहर

जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनीष ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी बच्चों की स्थिति अब सामान्य है और वे खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी और लू से बचाव बेहद जरूरी है, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

गर्मी से बचाव की चिकित्सकीय अपील

डॉ. मनीष ने बताया कि इस मौसम में कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, खासतौर पर दोपहर के समय धूप में निकलने से बचें। बहुत ज्यादा जरूरी होने पर सिर और शरीर को पूरी तरह ढंककर ही बाहर निकलें। अधिक से अधिक पानी पिएं और तरल पदार्थ लें। बाहर के खाद्य पदार्थों से फिलहाल दूरी बनाए रखें।

प्रशासन और आमजन को सतर्क रहने की जरूरत

जिले में तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। आमजन से अपील की है कि हीट वेव के दौरान आवश्यक एहतियात बरतें, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

Published on:
22 Apr 2025 03:28 pm
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