कौशाम्बी पुलिस ने CBI आफिसर बन के ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी लोगों को निशाना बना कर CBI की धौस दिखा कर ठगी करते थे। इनका यह कारनामा कई राज्यों में चल रहा था।
Kaushambi crime: कौशांबी पुलिस ने खुद को सीबीआई और सीआईडी अधिकारी बताकर लोगों से ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। साइबर थाना पुलिस ने मध्य प्रदेश से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह का सरगना राजस्थान का रहने वाला आसिफ अभी फरार है।
डॉक्टर की शिकायत के बाद खुला मामला
मामला सरायअकिल क्षेत्र के अकबराबाद निवासी डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता की शिकायत से सामने आया। डॉक्टर ने बताया कि 15 से 25 अगस्त के बीच उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और जेल भेजने की धमकी दी। डर के साये में डॉक्टर ने स्कैनर के जरिए दो किश्तों में कुल 31,500 रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब रकम की मांग और बढ़ी, तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विनोद यादव की टीम ने जांच शुरू की। पैसे की ट्रांजैक्शन ट्रेस करने पर पता चला कि रकम महाराष्ट्र के नासिक स्थित इंडसइंड बैंक और मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित केनरा बैंक खातों में गई है। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रैक की और मध्य प्रदेश के कटनी और पन्ना जिलों से चार ठगों को दबोच लिया।
अब तक कर चुके हैं लाखों की ठगी
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शोभित उर्फ बाबूलाल पटेल, सुरेंद्र पटेल उर्फ मलंगी, सोनू सेन और अरविंद लोधी के रूप में हुई है। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि अब तक देशभर में करीब 43 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी कर चुके हैं। पुलिस अब फरार सरगना आसिफ की तलाश में दबिश दे रही है।