fraud exposed: एमपी के एक शहर खंडवा में जब्त किए गए ऑटो के नंबर 250 किलोमीटर दूर ऑटो पर चल रहे थे। पुलिस जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
fraud exposed: मध्य प्रदेश के खंडवा कोतवाली पुलिस ने जिन 11 सवारी सीएनजी ऑटो को जब्त किया हैं। वह भोपाल में भी फर्राटे भर रहे हैं। जब्त किए गए ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर भोपाल का है। जब पुलिस इन नंबरों को सर्च कर भोपाल पहुंची तो इसी नंबर के ऑटो यहां चलते पाए गए।
कोतवाली थाने में पिछले एक सप्ताह से 11 सीएनजी ऑटो खड़े है। पुलिसकर्मी इन ऑटो को रेलवे स्टेशन के सामने व बॉम्बे बाजार से जब्त कर थाने लेकर आए थे। सभी ऑटो भोपाल आरटीओ रजिस्टर्ड होने से कोतवाली थाने से एक टीम भोपाल पहुंची। यहां मिली जानकारी से पुलिस की जांच का रूख ही बदल गया। जिन रजिस्ट्रेशन नंबर के ऑटो पुलिस तलाश रही थी वे सभी भोपाल की सड़कों पर दौड़ रहे थे। एक-एक कर पुलिस ने सभी ऑटो को भोपाल के थाने में बुलाकर पूछताछ की। (duplicate registration fraud)
रजिस्ट्रेशन नंबर से जब पता नहीं चल पाया तो पुलिस ने इंजन व चैचिस नंबर चेक किए। सभी 11 ऑटो के चैचिस न इंजन नंबर को बर्तन पर नाम लिखने में उपयोग होने वाली मशीन से मिटा दिया था। नंबर की जगह केवल धारियों ही मौजूद थी।
इस मामले को लेकर कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह चौहान ने बताया कि जब्त ऑटो पर किसी ओर ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेट लगाई गई थी। इस नंबर के ऑटो भोपाल में चल रहे हैं। पुलिस एक्ट में कार्रवाई की तैयारी है। (fake auto racket)