Kishore Kumar Birthday : किशोर कुमार ऐसी शख्सियत थे, जिनके गीतों के साथ साथ उनके जीवन से जुड़े किस्से भी बेहद दिलचस्प हुआ करते थे। ऐसे में मधुबाला के साथ उनकी प्रेम कहानी भी किसी से अछूती नहीं रही। क्या आप किशोर और मधुबाला की जिंदगी के हसीन किस्सों के बारे में जानते हैं! अगर नहीं तो जरूर पढ़ें खंडवा वाले किशोर कुमार से जुड़ी ये दिलचस्प खबर।
Kishore Kumar Birthday : फिल्मी जगत के महान कलाकार किशोर कुमार का आज 4 अगस्त को 95वां जन्मदिवस है। ऐसे में उनकी जिंदगी के ऐसे पहलू जिन्हें आप जानते हैं आंखों में घूमते महसूस होने लगते हैं। जैसे उन पलों का आपने खुद देखा हो। किशोर थी ही ऐसी शख्सियत जिनके गीत गुनगुनाते हुए आप उनकी जिंदगी को कहीं खोजने लगते हैं। ऐसे में मधुबाला के साथ उनकी प्रेम कहानी किसी के मन से अछूती नहीं रही है। क्या आपने सुना है किशोर और मधुबाला की जिंदगी के हसीन किस्सों के बारे में! अगर नहीं तो जरूर पढ़ें खंडवा वाले किशोर कुमार से जुड़ी ये दिलचस्प खबर।
फिल्मी दुनिया में मधुबाला के खूबसूरती के चर्चे आज भी होते हैं। उनका दौर तो ऐसा था कि हर शख्स मधुबाला का दीवाना हो गया था। लेकिन मधुबाला के दिल का आलम तो कुछ और ही था। सबके दिलों की धड़कन बनने वाली मधुबाला तो किशोर कुमार की दीवानी थीं। वो उन्हें इतना पसंद करती थीं कि हर पल उन्हीं के साथ जीना चाहती थीं।
कहते हैं कि मधुबाला इतनी खूबसूरत थीं कि उन्हें देखने वाला शख्स उनका दीवाना हो जाता था। मधुबाला की खूबसूरती से किशोर भी नहीं बच सके। वे भी मधुबाला को चाहते थे। लेकिन, उनके साथ बहुत कम ही समय बिता पाए। किशोर के किस्सों में यह किस्सा भी मशहूर है कि उन्होंने अपनी दूसरी पत्नी मधुबाला से शादी के बाद मजाक में कहा था- 'मैं दर्जनभर बच्चे पैदा कर खंडवा की गलियों में उनके साथ घूमना चाहता हूं।'
गायक किशोर कुमार जब फिल्म चलती का नाम गाड़ी में काम कर रहे थे तब, एक लड़की भीगी भागी-सी गाना गाकर उन्होंने मधुबाला का दिल जीत लिया था। यहीं से दोनों में प्यार पनपने लगा और इसी फिल्म के बाद दोनों ने शादी कर ली थी।
मधुबाला ने परिवार के खिलाफ जाकर शादी की थी। इस कारण मधु को उनके परिवार ने दोबारा स्वीकार नहीं किया। इससे आहत मधु शादी के एक माह बाद ही किशोर का घर छोड़कर मुंबई स्थित अपने बंगले में रहने लगीं। इसके बाद वह कभी किशोर के घर वापस नहीं गईं। दोनों ने एक-दूसरे को तलाक नहीं दिया, लेकिन किस्मत ने दोनों को अलग-अलग ही रखा। 23 फरवरी 1969 को मधुबाला का इलाज के दौरान निधन हो गया था। जिसके बाद किशोर का दिल टूट गया था। इस सदमे से उबरने में उन्हें काफी समय लगा।
किशोर कुमार का मध्य प्रदेश से गहरा ताल्लुक है। वो खंडवा के निवासी थे। उनका घर आज भी यहां मौजूद है। ऐसे में दुनियाभर में उनके चाहने वालों में आज भी खंडवा और एमपी वासियों का विशेष स्थान है। मध्य प्रदेश सरकार ने किशोर कुमार के जन्मदिवस को गौरव दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है।