किशोर कुमारका जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ था। एक बहु-प्रतिभाशाली कलाकार थे। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में हर तरह का रोल प्ले किया। यहां तक की इंडस्ट्री के लोग तो ये भी कहते हैं कि किशोर दा ने फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े हर काम भी किये हैं। कई लोग उन्हें एक बेहतरीन सिंगर, अभिनेता, संगीतकार, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के तौर पर तो जानते ही हैं। बल्कि उन्होंने कैमरे के पीछे स्क्रिप्ट राइटर, कैमरा मैन से लेकर लाइटमैन तक का काम भी किया है। यानी कुल मिलाकर किशोर कुमार ही अबतक फिल्म इंडस्ट्री की एकमात्र ऐसी हस्ती हैं, जिन्होंने फिल्मों से जुड़ा हर काम किया है।
यह भी पढ़ें- Kishore Kumar Birthday: किशोर कुमार का वो सपना जिसे कंकाल ने नहीं होने दिया पूरा किशोर कुमार का जन्म
किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार गांगुली था। फिल्मी करियर की शुरुआत उन्होंने 1946 में फिल्म शिकारी से की थी। फिलहाल, किशोर कुमार हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी मधुर आवाज में गाए गीत और दीवाना बना देने वाली अदाकारी आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।
सरकार के घोषित किया गौरव दिवस
किशोर कुमार ने 1970 से 1987 के बीच सबसे महंगे गायक के रूप में अपना नाम दर्ज कराया। उन्होंने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, जीतेन्द्र जैसे कई दिग्गज कलाकारों के लिए अपनी आवाज दी। उनके प्रशंसक आज भी उनकी समाधि पर दूध-जलेबी का भोग चढ़ाते हैं और उनके गीत गाकर उन्हें याद करते हैं। मध्य प्रदेश सरकार भी किशोर कुमार के जन्मदिवस को गौरव दिवस के रूप में मना रही है।
‘किशोर कुमार खंडवे वाले’ कहकर पुकारते थे कई लोग
किशोर कुमार की खंडवा से गहरी नाता था। वह अपने दोस्तों को ‘किशोर कुमार खंडवे वाले’ कहकर पुकारते थे। किशोर कुमार को खंडवा के लालाजी की दुकान की दूध-जलेबी बेहद पसंद करते थे। साल 1987 में किशोर कुमार ने फिल्मों से संन्यास लेकर खंडवा स्थित अपने पुश्तैनी मकान में ही बसने का फैसला लिया, लेकिन वो सपना पूरा नहीं हो सका। आज खंडवा को वही घर जर्जर हालत में है, लेकिन घर में रखा उनका सामान आज भी उनकी यादों को ताजा कर रहा है।