CG News: कोरबा जिले में पूर्व में जिला प्रशासन की ओर से वादा किया गया था कि विधानसभा चुनाव खत्म होते ही सड़क निर्माण का कार्य तेज गति से किया जाएगा और इसे पूरा करा लिया जाएगा।
CG News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पूर्व में जिला प्रशासन की ओर से वादा किया गया था कि विधानसभा चुनाव खत्म होते ही सड़क निर्माण का कार्य तेज गति से किया जाएगा और इसे पूरा करा लिया जाएगा। तब से लगभग एक साल का समय गुजरने वाला है लेकिन अभी तक यह मार्ग अधूरा है। आने-जाने वाले लोग परेशान हैं और इसके लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय नेताओं को भला-बुरा कह रहे हैं।
CG News: कोयला परिवहन को आसान बनाने के लिए सर्वमंगला चौक से इमलीछापर चौक तक लगभग 5.50 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन में तब्दील करने की योजना तैयार की गई थी। इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन की ओर से राशि स्वीकृत की गई थी।
कार्य शुरू करने के लिए वर्ष 2021 में एसईसीएल प्रबंधन की ओर से पहली किस्त जारी की गई थी। इसके कुछ माह बाद दूसरी किस्त जारी हुई। ठेका कंपनी ने कार्य शुरू किया लेकिन सड़क का कार्य निर्धारित समय पर पूरा नहीं हुआ। धीरे-धीरे करके समय गुजरता गया।
कुसमुंडा के इमलीछापर चौक से कुचैना मोड़ तक सड़क किनारे स्थित बिजली के खंभों को शिफ्ट करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। बिजली कंपनी ने सड़क किनारे से तीन ट्रांसफार्मर को भी निकालकर दूसरे स्थान पर लगाया है लेकिन अभी तक इस सड़क को बनाने का कार्य चालू नहीं हुआ है। सड़क की हालत जर्जर है। छोटे-बड़े गड्ढे होने के कारण गाड़ियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। गाड़ियां हिचकोले खाकर चल रहीं हैं। इससे कोरबा से सर्वमंगला-कुसमुंडा होकर दीपका की ओर आने-जाने वाले लोगों की दिक्कतें कम नहीं हो रही है।
कुचैना मोड़ से इमलीछापर चौक तक छोटी-बड़ी गाड़ियों के चलने से अत्यधिक धूल उड़ रही है। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। धूल के कण सड़क के दोनों ओर स्थित लोगों के घरों में समा रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है। कार्य समय पर पूरा नहीं करा पाने के लिए लोग प्रशासन को जिमेदार मान रहे हैं। उनका कहना है कि सड़क पर उड़ रही धूल के कारण उनका कारोबार भी प्रभावित हुआ है।
सर्वमंगला से इमलीछापर चौक के बीच सड़क निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो गया है। बरमपुर के पास सीएसईबी की कन्वेयर बेल्ट लाइन के करीब बिजली पोल नहीं हटने से यहां सड़क अधूरा है। बरमपुर मोड़ के पास की सड़क भी पूरी नहीं है।
ठेका कंपनी को सड़क बनाने के लिए 30 माह का समय दिया गया था। इसी अवधि में जिला प्रशासन को कार्य के लिए सड़क के किनारे स्थित बिजली के खंभों और ट्रांसफार्मर को हटाना था लेकिन प्रशासन समय पर कार्य के लिए साइट को क्लीयर नहीं कर पाया। इससे कार्य बंद और चालू होता रहा।