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Elephant havoc: कोरबा में दंतैल हाथी ने मचाया तांड़व: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समेत 3 महिलाओं को मार डाला

Elephant havoc: एक ही दिन में हाथी के हमले से 3 महिलाओं की मौत, 4 मवेशियों की भी ली जान, दहशत में ग्रामीण, वन विभाग हुआ लाचार, रलिया में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को पटका देर रात खैरभौना में 2 और महिलाओं की ली जान

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कोरबा. Elephant havoc: कोरबा जिले के गेवरा कोल प्रभावित गांवों में दल से बिछड़े एक हाथी ने जमकर तांडव (Elephant havoc) मचाया। एक ही दिन उसने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समेत 3 महिलाओं को मार डाला। सुबह की सैर पर निकली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को रलिया के बाजार में उठाकर नाली पर पटक दिया। महिला को गंभीर चोटें आई, उसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। दंतैल ने एक खटाल में घुसकर चार मवेशियों को मार डाला। दिन पर खोडरी की नर्सरी में ठहरा रहा। देर रात वन विभाग ने हाथी को नर्सरी से जंगल की ओर ले जाने का प्रयास किया। देर रात वन विभाग हाथी को जंगल की ओर खदेडऩे का प्रयास किया। हाथी ग्राम खैरभौना पहुंचा और 2 महिलाओं को मार डाला। दोनों महिलाएं हाथी को देखकर जान बचाने के लिए भाग रहीं थीं, इस बीच दंतैल ने एक को पैर से कुचलकर मार दिया तो दूसरी महिला को सूंड से पटककर जान ले ली।

गेवरा इलाके में एक ही दिन में हाथी हमले में 3 महिलाओं की मौत से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है। वहीं वन विभाग लाचार नजर आ रहा है। हमले में जिन महिलाओं की मौत हुई है उसमें एक रलिया और दो खैरभौना की रहने वाली हैं। गुरुवार सुबह लोगों की दिनचर्या श्ुारू हो रही थी। लोग घरों से उठकर खेत-खलिहान की ओर जा रहे थे।

इसी बीच एक दंतैल हाथी (Elephant havoc) रलिया बाजार में पहुंच गया। मार्निंग वॉक पर जा रही एक महिला को दंतैल हाथी ने सूंड से पकडक़र नाली पर पटक दिया। महिला को गंभीर चोटें आई। यह देखकर बाजार के आसपास लोगों की नजर पड़ी और वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। आसपास के ग्रामीणों को भी अवगत कराया गया। परिवार को दंतैल के हमले की जानकारी मिली।

घायल महिला को परिवार के सदस्य कोरबा के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। मृतक की पहचान गायत्री राठौर पति स्व. मंगलचंद राठौर उम्र 48 वर्ष से की गई है। वह रलिया आंगनबाड़ी केंद्र में बतौर कार्यकर्ता काम करती थी। खैरभौना में हाथी ने रात को खदेडऩे के दौरान दो महिलाओं तीज कुंवर 63 वर्ष और सुरुजा 43 वर्ष बताई जा रही है।

हाथी को भगाने की कोशिश, बाइक से भी दौड़ाया

रलिया में दंतैल हाथी के आने की सूचना मिलते ही गांव के लोग दहशत में आ गए। इधर हाथी भी महिला को उठाकर पटकने के बाद आगे बढ़ गया और रलिया स्कूल के करीब पहुंच गया। यहां से होकर भिलाई बाजार तालाब तक आ गया। यह देखकर लोगों की चिंता बढ़ गई। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी वन विभाग को दी।

जब तक वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचते तब तक लोगों ने हाथी को रिहायशी इलाकों से दूर ले जाने का प्रयास खुद से शुरू कर दिया। इसी के तहत गांव के युवक अलग-अलग दोपहिया वाहनों में बैठकर हाथी का पीछा करने लगे। कोई बुलेट से आवाज निकाल रहा था तो कोई जोर-जोर से चिल्लाकर हाथी को दूर भगाने का प्रयास कर रहा था।

इसी कड़ी में दंतैल हाथी आगे की तरफ बढ़ता गया। एक स्थिति ऐसा भी आया जब हाथी भिलाईबाजार-रलिया की सडक़ पर तेजी से दौड़ते देखा गया। हाथी के सामने चार-पांच मवेशी भाग रहे थे और हाथी के पीछे गांव के युवक अपनी दोपहिया गाड़ी लेकर बढ़ रहे थे।

पंतोरा के रास्ते भिलाई बाजार तक पहुंचा हाथी

वन विभाग की ओर से बताया गया है कि दंतैल हाथी पिछले कुछ दिन से अपने झुंड से अलग होकर विचरण कर रहा है। यह हाथी कुछ दिन पहले धरमजयगढ़ के रास्ते कोरबा वनमंडल में दाखिल हुआ था।

करताल विकासखंड में जंगल के रास्ते चलकर सक्ती होकर पंतोरा पहुंच गया और यहां से बुधवार की रात कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत स्थित रलिया की ओर पहुंच गया। गुरुवार सुबह जानमाल को नुकसान पहुंचाने के बाद हाथी दिन भर रलिया के नर्सरी में ठहरा रहा। रात को इसे पाली-पड़निया के रास्ते आगे की खदेड़ा गया।

डीएफओ सहित अन्य अफसर घटना स्थल पर पहुंचे

हाथी के हमले में महिला की मौत की जानकारी मिलने पर कटघोरा के वनमंडल अधिकारी कुमार निशांत मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उनके आक्रोश को शांत कराने की कोशिश की। ग्रामीण इस बात से नाराज थे कि उन्हें हाथी के आने की सूचना पूर्व में नहीं दी गई।

जबकि वन विभाग का कहना था कि उसने गांव के सरपंच को इसकी जानकारी दी थी। डीएफओ ने ग्रामीणों से कहा कि हाथी को रिहायशी इलाकों से दूर रखने की पूरी कोशिश की जा रही है।

अलर्ट पर गेवरा और कुसमुंडा का प्रबंधन

रलिया गेवरा कोयला खदान से प्रभावित है। इससे सटी जमीन पर खनन चल रहा है। यहां हाथी के पहुंचने से वन विभाग सतर्क हो गया। गेवरा और कुसमुंडा प्रबंधन को जिला प्रशासन के माध्यम से वन विभाग ने अलर्ट मोड पर रखा है। उन्हें कहा गया है कि वे अपनी सुरक्षा खदान के चारों ओर बढ़ा दें ताकि दंतैल को अंदर घुसने से रोका जा सके।

विभाग देगा 6 लाख रुपए की सहायता

इधर हाथी के हमले में मृत गायत्री राठौर के पुत्र अमित राठौर को 25 हजार रुपए तत्कालिक सहायता उपलब्ध कराई गई। विभाग परिवार को कुल 6 लाख रुपए की सहायता प्रदान करेगा।

Updated on:
09 Aug 2024 03:18 pm
Published on:
09 Aug 2024 03:09 pm
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