Administration in action: 15 नवंबर से होने वाली धान खरीदी को लेकर प्रशासन सख्त, उपार्जन केेंद्रों में ताला तोड़वाने के बाद समिति कार्यालय में रखे दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के दिए गए निर्देश
बैकुंठपुर। जिला प्रशासन 15 नवंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी की तैयारी में जुटा हुआ है। समिति प्रबंधकों और कम्प्यूटर ऑपरेटरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के कारण उपार्जन केंद्रों में लगे ताले को तोडऩे (Administration in action) की कार्रवाई शुरु की गई है। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जामपारा में लगे ताला को एसडीएम उमेश पटेल व तहसीलदार अमृता सिंह की मौजूदगी में तोड़ा गया। इस दौरान राजस्व अधिकारी, पुलिस बल की मौजूदगी में पंचनामा के बाद कार्रवाई की गई। साथ ही ताला तोडऩे के बाद समिति कार्यालय की औपचारिक जांच कर दस्तावेजों के सुरक्षित रखने निर्देश दिए गए।
कोरिया में 21 आदिम जाति सहकारी समिति हैं। हड़ताल के कारण सभी में ताले लटके हुए हैं। प्रशासनिक टीम की अगुवाई में सभी समितियों के ताले तोड़ (Administration in action) जाएंगे। इसके बाद धान खरीदी का कार्य निर्धारित तिथि पर प्रारंभ किया जाएगा। जिला प्रशासन ने कहा कि कि शासन की मंशा के अनुरूप किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है। जनता के हितों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। धान खरीदी व्यवस्था एक संवेदनशील प्रक्रिया है, जिसमें विलंब से किसानों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी।
गौरतलब है कि आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक सहित कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में डटे हैं। इससे जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया (Administration in action) पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। जिला प्रशासन की निगरानी में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की निर्धारित तिथि से शुरू होने से किसानों को सहूलियत होगी।
जिला प्रशासन सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी तैयारी में जुट गए हैं। कोरिया को 1 लाख 37 हजार 468 मीट्रिक टन धान खरीदी करने का लक्ष्य दिया गया है। पंजीकृत किसानों (Administration in action) से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी होगी। धान उपार्जन में अनियमितताओं को नियंत्रित करने जिला स्तर पर कंट्रोल एंड कमांड सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
उपार्जन केंद्रों को अतिसंवेदनशील, संवेदनशील एवं सामान्य श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। संवेदनशील केंद्रों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से अलर्ट जारी होने पर उडऩदस्ता दल कार्रवाई करेगा।