कोटा के महावीर नगर स्थित महावीर ईएनटी अस्पताल में चिकित्सकों ने एक मरीज की पीयूष ग्रंथी के ट्यूमर का नवीनम तकनीक हडाड से पहली बार इलाज किया
kota news: महावीर नगर स्थित महावीर ईएनटी अस्पताल में चिकित्सकों ने एक मरीज की पीयूष ग्रंथी के ट्यूमर का नवीनम तकनीक हडाड से पहली बार इलाज किया। चिकित्सकों ने एमआरआई की जांच करवाई तो पीयूष ग्रंथी की गांठन निकली। उसके बाद अस्पताल प्रशासन ने दूरबीन सर्जरी का निर्णय लिया।
वरिष्ठ ई.एन.टी. सर्जन डॉ. विनीत जैन, डॉ. जसदीप खनूजा, न्यूरोसर्जन एवं डॉ. पार्थ पाटनी, हेड नेक सर्जन एवं डॉ. विशाल जैन, निश्चेतना विशेषज्ञ ने नवीनतम हडाड तकनीक से सफल ऑपरेशन किया। यह सर्जरी 3 घंटे चली। अगले दिन मरीज चल फिर पा रहा था।
डॉ. विनीत जैन ने बताया कि पीयूष ग्रंथी मस्तिष्क के मध्य में स्थित होती है, जो शरीर के हारमोन्स को नियंत्रित करने का काम करती है। कभी-कभी इस ग्रंथी में गांठ (ट्यूमर) हो जाती है, जिसे पिट्यूटरीएडिनोमा कहते हैं। यह ट्यूमर अत्यन्त दुर्लभ है। यहहर 1000 व्यक्ति में 1 से 2 मरीज में होता है।
डॉ. जैन का दावा है कि हडाड तकनीक पहली बार कोटा में प्रयुक्त की गई है। दूरबीन हडाड तकनीक से ऑपरेशन के बाद पश्चात सीएसएफ लीक की संभावना ना के बराबर रहती है। यह सर्जरी अत्यन्त जटिल मानी जाती है। दूरबीन से विभिन्न स्कल बेस सर्जरी सफलता पूर्वक की जा रही है। दूरबीन विधि से सर्जरी होने के कारण समय कम लगता है और मरीज को न्यूनतम खतरा रहता है। मरीज 24 घंटे में रिकवर हो जाता है।