Mathuradhish Corridor: वल्लभ कुल सम्प्रदाय के मथुराधीशजी (प्रथमेश) का कॉरिडोर विकसित किया जाएगा। मथुराधीश मंदिर को कॉरिडोर से माध्यम से चंबल रिवरफ्रंट से जोड़ा जाएगा।
Mathuradhish Corridor: कोटा। कोटा के नंदग्राम (पाटनपोल) में विराजे वल्लभ कुल सम्प्रदाय के मथुराधीशजी (प्रथमेश) का कॉरिडोर विकसित किया जाएगा। मथुराधीश मंदिर को कॉरिडोर से माध्यम से चंबल रिवरफ्रंट से जोड़ा जाएगा।
कॉरिडोर का काम तीन चरण में होगा। इस योजना पर करीब 125 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। कोटा विकास प्राधिकरण (केडीए) की ओर से कॉरिडोर को लेकर डीपीआर तैयार की जा रही है।
इसकी करीब 38 करोड़ रुपए की प्रारंभिक डीपीआर केडीए प्रशासन को विचार के लिए सौंपी गई थी। इसके बाद राज्य सरकार की ओर से डीपीआर में बदलाव करते हुए कॉरिडोर को भव्य बनाने के निर्देश दिए गए।
इसके बाद डीपीआर में चंबल रिवरफ्रंट से इसे जोड़ने और नंदग्राम को हैरिटेज लुक में सजाने के काम भी शामिल किए जाएंगे। इसके लिए डीपीआर में अलग से सर्वे कर तथ्य जोड़े जाएंगे।
कोटा में धार्मिक टूरिज्म को बढ़ावा देने और यहां आने वाले भक्तों के लिए पार्किंग और सड़क जैसी सुविधाएं विकसित करने के लिए राजस्थान पत्रिका की ओर से अभियान शुरू किया गया था। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निरीक्षण कर केडीए को यहां भव्य कॉरिडोर बनाने के निर्देश दिए।
कॉरिडोर में मंदिर के निकट सड़क और दो पार्किंग के अलावा नंदग्राम को हैरिटेज लुक देने और चंबल रिवरफ्रंट से इसे जोड़ने की योजना तैयार की जा रही है।
-रविन्द्र माथुर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, केडीए