अब 23.92 लाख सालाना होगी फीस, पहले 31.85 लाख थी
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी (राजमेस) की ओर से संचालित सभी मेडिकल संस्थानों की एनआरआइ कोटे की एमबीबीएस सीटों की फीस करीब 8 लाख रुपए कम की गई है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 की ट्यूशन फीस अब 23.92 लाख रुपए प्रतिवर्ष निर्धारित की है। इस संबंध में मेडिकल डेंटल काउंसलिंग बोर्ड जयपुर की ऑफिशियल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
जारी किए गए नोटिफिकेशन में यह स्पष्ट किया गया है कि एनआरआइ कोटे की इस फीस में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। हालांकि शैक्षणिक सत्र 2025-26 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए संपूर्ण एमबीबीएस पाठ्यक्रम के दौरान फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।उनके लिए संपूर्ण पाठ्यक्रम के दौरान ट्यूशन फीस 23.92 लाख रुपए प्रतिवर्ष ही रहेगी। शैक्षणिक सत्र 2026-27 में प्रवेशित नए विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस में नियमानुसार 5 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
समायोजित होगी अतिरिक्त फीस
काउंसलिंग राउंड 1 और 2 के तहत प्रवेशित एनआरआइ कोटे के विद्यार्थियों ने इस नए फीस स्ट्रक्चर के मुकाबले 8 लाख रुपए फीस अधिक जमा कराई है। इनकी ओर से जमा की गई अधिक फीस की राशि को आगामी वर्षों की फीस में समायोजित कर दिया जाएगा।
समझिए फीस का गणित
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल डेंटल काउंसलिंग बोर्ड जयपुर की ओर से जारी की गई फीस शीट के अनुसार राजमेस द्वारा संचालित मेडिकल संस्थानों में एनआरआइ कोटे की एमबीबीएस सीटों की फीस 36465 यूएस डालर निर्धारित की गई थी तथा परिवर्तन दर 87.35 रुपए प्रति डालर निर्धारित थी। ऐसे में फीस 31.85 लाख रुपए प्रतिवर्ष थी। जो अब घटाकर 23.92 लाख रुपए प्रतिवर्ष कर दी गई है। यानी लगभग 8 लाख रुपए प्रति वर्ष की कमी की गई है। राजमेस मेडिकल संस्थानों में एनआरआइ कोटे की लगभग 385 सीटें हैं। ऐसे में फीस राजस्व में लगभग 154 करोड रुपए की कमी आएगी।