Geminids Meteor Shower 2025: आपके पास 13-15 दिसंबर को भारत में जेमिनिड्स उल्कापात (Geminids meteor shower) देखने का शानदार मौका है। Rocky Asteroid 3200 Phaethon से आने वाला यह साल का सबसे खूबसूरत खगोलीय नजारा है।
Geminids Meteor Shower 2025: आसमान में घंटों तारों को निहारने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। इस दिसंबर में भारत के आसमान में एक खास खगोलीय (Astronomical) घटना देखने को मिलेगी। 13 से 15 दिसंबर के बीच जेमिनिड्स उल्कापात (Geminids Meteor Shower) अपनी पूरी चमक के साथ नजर आने वाला है। यह साल का सबसे शानदार उल्कापात माना जाता है। आप इसे अंधेरी और साफ जगहों पर जा कर प्रति घंटे 100 से ज्यादा टूटते तारो को देख सकते हैं, और इसकी खूबसुरती का मजा ले सकते हैं।
Geminids Meteor Shower 2025: ज्यादातर उल्कापात धूमकेतुओं से आते हैं, लेकिन जेमिनिड्स की उत्पति एक चट्टानी क्षुद्रग्रह (Rocky Asteroid) 3200 फेथॉन (Phaethon) से होती है। इसी वजह से इनकी चमकीली और मोटी पैटर्न देखने में बेहद सुंदर लगते हैं। कुछ उल्कापिंड तो इतने चमकीले होते हैं कि मानो आप फिल्मी दृश्य ( Movie Scene) देख रहे हो।
यदि आप भारत में इसे देखना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे अच्छा समय आधी रात के बाद से लेकर सूरज निकलने से पहले तक का है। क्योंकि इस वक्त मिथुन तारामंडल (Gemini constellation) पूर्वी आकाश में ऊपर उठता है। हालांकि मिथुन तारामंडल को ढूंढना जरूरी नहीं है, लेकिन रात बढ़ने के साथ ये ऊंचाई पर होती है। विशेषज्ञ डॉ. सुमा देवांगन (Dr. Suma Devangan) जो कि सीनियर वैज्ञानिक हैं ( इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA), पुणे ) कम से कम एक घंटे तक इसे देखने की सलाह देती हैं क्योंकि उल्काएं अचानक झुंड में दिखाई देती हैं और हमारी आंखों को अंधेरे में ढलने में समय लगता है।
लाइट और प्रदूषण आपके इस एक्सपीरियंस को खराब कर सकता है, इसलिए जितनी अंधेरी जगह होगी उतना ज्यादा अच्छा होगी। आप घर की छत, किसी गांव के खेत, खुला पार्क या पहाड़ी जगह पर अच्छे से इसे देख सकेंगे। खुला आसमान जरूरी है ताकि पेड़ या बिल्डिंग्स नजारे में बाधा न डालें।
इस नजारे के लिए आपको दूरबीन या टेलीस्कोप की जरूरत नहीं है। चटाई या झुकने वाली कुर्सी ( Reclining Chair) पर लेट जाएं, गर्म कपड़े पहनें, और देखने से 20-30 मिनट पहले फोन को दूर रख दें ताकि आंखें खुद को अंधेरे में ढल पाएं।
जेमिनिड उल्काएं मिथुन तारामंडल से निकलती प्रतीत होती हैं पर आकाश में कहीं भी दिख सकते हैं। कुछ धुंधली रेखाएं होती हैं तो कुछ चमकीले आतिशबाजी जैसे दिखाई देते हैं।