Japanese Hair Washing Technique: Beauty trends आते-जाते रहते हैं, लेकिन कुछ रूटीन ऐसे होते हैं जो धीरे-धीरे लोगों की आदत बन जाते हैं। जापानी हेयर-वॉशिंग तकनीक उन्हीं में से एक है। सोशल मीडिया रील्स से लेकर ब्यूटी फोरम्स तक, हर जगह इस मेथड की चर्चा है।
Japanese Hair Washing Technique: जापानी हेयर-वॉशिंग तकनीक हाल ही में ऑनलाइन तेजी से ट्रेंड कर रही है और हर कोई इसे अपनाने लगा है। इस तरीके की खासियत यह है कि यह बालों को गहराई से साफ करने के साथ-साथ उन्हें नमी, ताकत और चमक भी प्रदान करता है। सिर्फ सही स्टेप्स और तकनीक अपनाकर आप अपने बालों की सेहत में फर्क महसूस कर सकते हैं, यही वजह है कि यह मेथड इतने लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
जापान में बालों की देखभाल को स्किनकेयर जितना ही जरूरी माना जाता है। इस तकनीक में जल्दबाजी नहीं, बल्कि एक सोच-समझकर किया गया रिचुअल शामिल है। मकसद है बालों को नुकसान पहुँचाए बिना उन्हें साफ, मजबूत और हेल्दी बनाना।
बाल धोने से पहले सूखे बालों को हल्के हाथ से ब्रश किया जाता है। इससे धूल निकल जाती है और गीले होने पर बालों के टूटने का खतरा कम होता है।
सीधे शैम्पू लगाने के बजाय पहले गुनगुने पानी से बालों को अच्छी तरह भिगोया जाता है। इससे स्कैल्प पर जमी गंदगी और अतिरिक्त तेल अपने आप ढीले हो जाते हैं।
यहां शैम्पू का काम बालों को रगड़कर साफ करना नहीं, बल्कि स्कैल्प को gently cleanse करना है। कम मात्रा में sulphate-free शैम्पू लेकर पहले हाथों में झाग बनाया जाता है और फिर स्कैल्प पर लगाया जाता है।
जापानी मेथड में स्कैल्प मसाज को बेहद अहम माना जाता है। उंगलियों या सिलिकॉन स्कैल्प ब्रश से हल्के गोलाकार मूवमेंट्स में मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और बालों की जड़ों को पोषण मिलता है।
कंडीशनर सिर्फ बालों की लंबाई और सिरों पर लगाया जाता है, स्कैल्प पर नहीं। धोने के बाद बालों को तौलिए से रगड़ने की बजाय हल्के हाथ से थपथपाकर सुखाया जाता है और कोशिश की जाती है कि बाल नेचुरली सूखें।
इस मेथड से स्कैल्प हेल्दी रहती है, खुजली और ड्राइनेस कम होती है और बालों का टूटना भी घटता है। धीरे-धीरे बाल ज्यादा मुलायम, मजबूत और चमकदार महसूस होने लगते हैं। कई लोग इसमें कैमेलिया ऑयल या राइस वॉटर जैसे नेचुरल इंग्रीडिएंट्स भी शामिल करते हैं।