Karwa Chauth: करवा चौथ का पर्व हर विवाहित महिला के लिए खास होता है। इस दिन वह अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए व्रत रखती है और पूरे 16 श्रृंगार के साथ करवा माता की पूजा करती है।
Karwa Chauth Puja During Periods:करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं और उनकी मंगलकामना करती हैं। इस अवसर पर वे शिवजी और पार्वती माता की भी पूजा अर्चना करती हैं ताकि वे प्रसन्न होकर अपने आशीर्वाद दें। लेकिन अक्सर महिलाओं के मन में यह सवाल होता है कि क्या पीरियड्स के दौरान करवा चौथ का व्रत रखा जा सकता है। इस बारे में उलझन होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब इस सवाल का स्पष्ट उत्तर आपके लिए उपलब्ध है।
अगर व्रत वाले दिन अचानक पीरियड्स शुरू हो जाएं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप चाहें तो व्रत जारी रख सकती हैं। इस दौरान आप सज-धज कर इस पर्व की खुशी मना सकती हैं और अपने मन में करवा माता का ध्यान करते हुए प्रार्थना कर सकती हैं।पूजा-पाठ और चंद्रमा को अर्घ्य देना इस स्थिति में वर्जित माना जाता है, लेकिन आप आस-पास किसी महिला द्वारा की जा रही करवा चौथ की कथा को सुन सकती हैं। ऐसा करने से भी व्रत का पुण्य फल प्राप्त होता है।चंद्रमा के दर्शन के बाद, आप छलनी से उसे देखकर व्रत खोल सकती हैं, लेकिन पूजा की प्रक्रिया में भाग लेने से बचना चाहिए।
मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और हमारे शास्त्रों में भी इसे लेकर किसी प्रकार का दोष नहीं बताया गया है। अगर किसी धार्मिक अवसर पर पीरियड्स आ जाएं, तो इससे किसी भी महिला की श्रद्धा या निष्ठा पर कोई असर नहीं पड़ता। ईश्वर भाव देखते हैं, रूप या रीति नहीं।इसलिए, अगर करवा चौथ के दिन आप पीरियड्स में हैं तो स्वयं को दोषी न मानें। जितना संभव हो, श्रद्धा और सच्चे संकल्प से इस पर्व को मनाएं।
करवा चौथ का व्रत हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में यह तिथि 9 अक्टूबर की रात 10:54 बजे से शुरू होकर 10 अक्टूबर की शाम 7:38 बजे तक रहेगी। चूंकि चतुर्थी तिथि का अधिकतर समय 10 अक्टूबर को होगा और चंद्र दर्शन भी उसी दिन रात 8:13 बजे होगा, इसलिए करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार को रखा जाएगा।