Longest Name in the world: न्यूजीलैंड के लॉरेंस वॉटकिंस के पास है दुनिया का सबसे लंबा नाम 2310 मिडिल नेम्स! जानिए कैसे उन्होंने कोर्ट की लड़ाई जीतकर 1992 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, और क्यों अब कोई यह रिकॉर्ड नहीं तोड़ सकता।
Longest Name in the world: न्यूजीलैंड के रहने वाले लॉरेंस वॉटकिंस (Laurence Watkins) पहली नज़र में एक आम व्यक्ति जैसे लगते हैं, शांत स्वभाव, पूर्व लाइब्रेरियन और एक प्यार करने वाले पति। लेकिन उनकी पहचान बेहद अनोखी है। वॉटकिंस के पास दुनिया का सबसे लंबा नाम है, जिसके कारण उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है।
साल 1992 में लॉरेंस वॉटकिंस ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे अब कानूनी रूप से कोई दोहरा नहीं सकता। उन्होंने अपने नाम में 2310 मिडिल नेम्स (मध्य नाम) जोड़े। यही वजह है कि यह रिकॉर्ड पिछले 33 सालों से अटूट बना हुआ है। यह नाम इतना लंबा है कि उनकी शादी में उनके विवाह अधिकारी (celebrant) को इसे बोलने में पूरे 20 मिनट लग गए!
लॉरेंस ने यह नाम बदलने का विचार साल 1990 में किया, जब उनकी उम्र सिर्फ 24 साल थी। उस वक्त वह ऑकलैंड सिटी लाइब्रेरी में काम करते थे। उन्होंने बच्चों के नाम रखने वाली किताबों, माओरी शब्दकोश, और अपने सहकर्मियों से हजारों नाम इकट्ठा किए। जिनमें यूरोपियन, माओरी, सामोअन, जापानी और चीनी नाम शामिल थे।
नाम दर्ज कराने के लिए उन्होंने लगभग $400 (35,484 रुपए) खर्च किए और इसे कोर्ट में दाखिल किया। हालांकि ऑकलैंड के रजिस्ट्रार ने इसे मंजूर कर लिया, लेकिन वेलिंगटन के रजिस्ट्रार जनरल ने इसे खारिज कर दिया। मामला हाई कोर्ट पहुंचा, जहां वॉटकिंस ने केस जीत लिया। आखिरकार, उनके नाम को Deed Poll के तहत आधिकारिक मान्यता मिल गई। इसके नाम लिखने में 6 पेज लगते हैं।
वॉटकिंस ने बताया कि उन्हें बचपन से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में आने की इच्छा थी। आगे बताया कि मैं न तो दुनिया का सबसे ताकतवर, न सबसे लंबा या सबसे तेज व्यक्ति हूं। लेकिन मुझे कुछ अनोखा करना था। इसलिए मैंने सबसे लंबे नाम का रिकॉर्ड बनाने का फैसला किया।
रिकॉर्ड के बाद वॉटकिंस ने चार बार ऑकलैंड के मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा, रंगीतोटो द्वीप पर शादी की, और 1998 में ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए। वह कहते हैं कि एक बार जब आपको शोहरत का स्वाद मिल जाता है, तो उसे छोड़ना मुश्किल होता है। यह मेरे जीवन का सपना था।