Mindful Eating: आजकल हर कोई हैल्दी रहना चाहता है। किसी को वजन कम करना है तो किसी को ब्लड शुगर कंट्रोल करना है। लेकिन इस हैल्दी लाइफ की दौड़ में माइंडफुल ईटिंग यानी सचेत होकर खाना खाने के असली महत्त्व को भूल जाते हैं। जानते हैं इसके बारे में...
Mindful Eating: आज की तेज जिंदगी में हर कोई हेल्दी रहना चाहता है या वजन घटाना चाहता है, तो कोई शुगर कंट्रोल करना। डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान तो देते हैं, लेकिन हम अक्सर इस बात को भूल जाते हैं कि खाना कैसे खा रहे हैं, यह भी उतना ही जरूरी है।डाइटीशियन और वेलनेस एक्सपर्ट शिल्पी गोयल कहती हैं कि माइंडफुल ईटिंग यानी ध्यान लगाकर खाना, एक ऐसी आदत है जो शरीर और मन दोनों को फायदा देती है। खाना सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि पूरी जागरूकता और संतुलन के साथ होना चाहिए। आइए जानें माइंडफुल ईटिंग को अपनाने के आसान तरीके।
माइंडफुल ईटिंग का मतलब है ध्यान देकर, भावनाओं को समझकर और शरीर की ज़रूरत को सुनकर खाना। इसका मकसद सिर्फ पेट भरना नहीं, बल्कि शरीर और मन दोनों को तृप्त करना है।
खाने से पहले 2 मिनट रुकिए
प्लेट को देखिए और अपने आप से पूछिए ,क्या सच में भूख लगी है या बस बोरियत और तनाव की वजह से खा रहे हैं?
हर बाइट को चबाएं
इससे न सिर्फ खाना अच्छे से पचता है, बल्कि शरीर को संतुष्टि का संकेत भी समय पर मिलता है।
खाते वक्त स्क्रीन से दूरी बनाएं
मोबाइल या टीवी के सामने खाना ध्यान भटका देता है, जिससे हम आवश्यकता से अधिक खा लेते हैं।
थोड़ा-थोड़ा परोसिए
प्लेट को भरकर खाने से बेहतर है कि आप छोटे हिस्सों में खाएं और जरूरत पड़ने पर दोबारा परोसें। इससे ओवरईटिंग से बच सकते हैं।
खाने के स्वाद और खुशबू पर ध्यान दें
जब आप खाने के हर पहलू का आनंद लेने लगते हैं, तो कम मात्रा में भी संतुष्टि मिलती है। इससे वजन भी नियंत्रित रहता है।