Overeating side effects: ज्यादा खाना सिर्फ वजन बढ़ाने का कारण नहीं बनता, बल्कि यह हमारे शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है। अगर आप भी अपने मनपसंद खाने को जरूरत से ज्यादा खाते हैं, तो जानिए इसके कुछ नुकसान के बारे में।
Overeating side effects: जब हम अपने मन पसंद की खाने की चीजें देखते हैं तो खुद को ज्यादा खाने से रोक नहीं पाते और जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं। इससे कई लोगों को लगता है कि ओवरईटिंग से सिर्फ वजन बढ़ता है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं, तो आपको इससे जुड़े इस आर्टिकल से सही जानकारी मिल सकती है। क्योंकि ओवरईटिंग से सिर्फ वजन ही नहीं बढ़ता, बल्कि कई अन्य समस्याएं भी होती हैं, जैसे पाचन तंत्र, हृदय, किडनी और यहां तक कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ता है। जानिए ओवरईटिंग से जुड़ी उन समस्याओं के बारे में जो अक्सर नजरअंदाज कर दी जाती हैं।
ज्यादा कैलोरी का सेवन करने से वजन बढ़ता है, जो मोटापे, हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।
अधिक खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट में सूजन, ऐंठन और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है, जो ब्लड शुगर रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
अधिक खाने से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि इससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
खाने में ज्यादा प्रोटीन और कम कार्बोहाइड्रेट लेने से किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे किडनी की समस्याएं जैसे किडनी स्टोन हो सकते हैं।
ओवरईटिंग सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। यह तनाव, चिंता और डिप्रेशन को बढ़ा सकता है क्योंकि ज्यादा खाने के बाद शरीर भारी महसूस करता है और मन भी अस्वस्थ हो सकता है।
-अगर आपका पेट भर गया है तो खाना बंद कर दें।
-अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने का मन करता है तो मीठा का सेवन कम करें।
-सिंपल और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें और इसकी जगह साबुत अनाज और जटिल कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें।
-नियमित व्यायाम करने से आप अपने वजन को नियंत्रित कर पाएंगे और स्वस्थ रहेंगे।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।