Roasted Saunf or Raw Fennel Seeds : सौंफ का सेवन आमतौर पर माउथ फ्रेशनर या मसाले के रूप में होता है। सेहत के लिहाज से कच्ची सौंफ में पोषक तत्व ज़्यादा सुरक्षित रहते हैं, जबकि भुनी हुई सौंफ पाचन में मदद करती है। दोनों ही अपने-अपने फायदे रखते हैं।
Roasted Saunf or Raw Fennel Seeds : हम सब सौंफ का इस्तेमाल खूब करते हैं, कभी खाना खाने के बाद मुंह फ्रेश करने के लिए तो कभी सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए। पर क्या आपने कभी सोचा है कि भुना हुआ सौंफ (रोस्टेड फेनेल सीड्स) या कच्चा सौंफ (रॉ फेनेल सीड्स), इन दोनों में से सेहत के लिए ज़्यादा अच्छा कौन सा है? आइए, आज इसी पर थोड़ी बात करते हैं। (Roasted Fennel seeds Benefits)
कच्चा सौंफ (Raw Fennel Seeds) एकदम नैचुरल होता है और इसमें खूब सारे विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसके कुछ खास फ़ायदे ये हैं:
पेट रहेगा टनाटन: कच्चे सौंफ में ढेर सारा फाइबर होता है, जो कब्ज को दूर भगाता है और हाजमे को दुरुस्त रखता है। इसे चबाने से पेट में ऐसे रस बनते हैं जो खाने को आसानी से पचा देते हैं।
पेट की दिक्कतें होंगी छू-मंतर: गैस, पेट फूलना और पेट दर्द जैसी परेशानियों में कच्चा सौंफ तुरंत आराम देता है। इसमें एक चीज़ होती है, एनेथोल, जो पेट की मांसपेशियों को आराम देती है और ऐंठन कम करती है।
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सांस लेने में आसानी: खांसी और अस्थमा जैसी सांस की दिक्कतों में भी कच्चा सौंफ फायदेमंद है। यह बलगम को ढीला करता है और सांस लेने में मदद करता है।
पीरियड्स में राहत: लड़कियों और महिलाओं के लिए, यह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में भी सहायक हो सकता है।
वजन घटाने में मददगार: फाइबर होने की वजह से कच्चा सौंफ खाने के बाद आपको जल्दी भूख नहीं लगती, जिससे आप बेवजह खाने से बचते हैं और वजन कंट्रोल में रहता है।
सौंफ को भूनने (Roasted Saunf) से उसका स्वाद और महक बढ़ जाती है। पर क्या इससे उसके पौष्टिक गुणों पर कोई फर्क पड़ता है?
स्वाद और खुशबू में इजाफा: भुने हुए सौंफ (Roasted Saunf) का स्वाद थोड़ा मीठा और ज़्यादा तेज़ होता है, जो इसे माउथ फ्रेशनर के तौर पर या दाल-सब्जी में डालने के लिए बढ़िया बनाता है।
पाचन में कुछ हद तक मदद: भूनने से सौंफ (Roasted Saunf) के कुछ खास तेल कम हो सकते हैं, पर यह फिर भी हाजमे में मदद करता है। कई लोगों को भुना सौंफ पचाना ज़्यादा आसान लगता है।
चाय बनाने में आसान: भुने हुए सौंफ को पानी में घोलकर चाय बनाना आसान होता है, जो पेट दर्द या अपच होने पर झटपट आराम दे सकती है।
देखा जाए तो दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। पर जब बात पौष्टिक गुणों की आती है, तो कच्चा सौंफ ज़्यादा फायदेमंद माना जाता है। भूनने से सौंफ के कुछ नाजुक पोषक तत्व, खासकर विटामिन और कुछ तेल, कम हो सकते हैं।
पर इसका मतलब यह नहीं कि भुना हुआ सौंफ बेकार है। भुना सौंफ स्वाद के लिए और कुछ डिशेज़ में बेहतर होता है, जबकि कच्चा सौंफ ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक फायदा देता है।
आप अपनी पसंद और जरूरत के हिसाब से दोनों में से कोई भी सौंफ इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्व चाहिए, तो कच्चा सौंफ खाएं। और अगर आप इसे स्वाद के लिए या आसानी से पचाने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो भुना सौंफ एक अच्छा विकल्प है। सबसे बढ़िया तो यही है कि आप अपनी डाइट में दोनों को शामिल करें ताकि आपको दोनों के फायदे मिल सकें।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।