Virat Kohli Diet Plan: विराट कोहली अपनी फिटनेस को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहते हैं।लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि आखिर उनकी फिटनेस का राज क्या है। आइए जानें उनके डाइट के बारे में, जो उन्हें दिनभर एनर्जेटिक बनाए रखती है।
Virat Kohli Diet Plan: विराट कोहली आज 5 नवंबर को अपना 37वां जन्मदिन मनाएंगे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट न सिर्फ मैदान पर अपने शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं, बल्कि अपनी फिटनेस को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहते हैं। लोगों के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि आखिर उनकी फिटनेस का सीक्रेट क्या है। विराट ने अपने फैंस को अपने डाइट प्लान के बारे में बताया। एक मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने इसका जिक्र किया। इस खास मौके पर आइए जानते हैं कि आखिर कोहली का डाइट प्लान कैसा है, जिससे वह हमेशा फिट और एनर्जेटिक बने रहते हैं।
विराट खुद मानते हैं कि फिटनेस सिर्फ जिम जाने से नहीं आती, बल्कि खाने की आदतें उसमें सबसे बड़ी भूमिका निभाती हैं। पिछले साल अप्रैल में Star Sports को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने सख्त डाइट प्लान के बारे में खुलकर बताया ।
विराट ने कहा था “मेरे खाने का 90 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ स्टीम या बॉयल्ड फूड से बना होता है। मैं मसालेदार खाना बिल्कुल नहीं खाता। सिर्फ नमक, काली मिर्च और नींबू बस इतना ही। मुझे खाने के स्वाद से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, बस वो हेल्दी होना चाहिए।”वो बताते हैं कि उन्हें सलाद पसंद है, लेकिन सिर्फ हल्के ड्रेसिंग के साथ। उनके मुताबिक,“हर कोई जिम जाकर मेहनत कर सकता है, लेकिन जब बात खाने की आती है, तो वही सबसे मुश्किल हिस्सा होता है। क्योंकि हमारे स्वाद और दिमाग का रिश्ता बहुत गहरा है। मन कुछ चाहता है और शरीर कुछ और मांगता है। इस पर काबू पाना ही असली फिटनेस है।”
विराट कोहली ने खुलासा किया कि वे दूध, पनीर और मसालेदार खाने से दूरी बनाकर उबली हुई सब्जियों को अपनी डाइट का अहम हिस्सा बनाते हैं। वे ज्यादातर सब्जियां स्टीम या बॉयल करके खाते हैं और स्वाद के लिए सिर्फ थोड़ा नमक, काली मिर्च और नींबू का रस इस्तेमाल करते हैं। उनके लिए सेहत स्वाद से कहीं ज्यादा मायने रखती है।
विराट का मानना है कि जब कोई व्यक्ति अपनी फिटनेस जर्नी शुरू करता है, तो उसे अपने शरीर की जरूरतों को समझना पड़ता है जैसे विटामिन्स, हाइड्रेशन और प्रोटीन की मात्रा। एक बार जब ये बैलेंस मिल जाए, तो बस कन्सिस्टेंसी यानी दोहराव ही सबसे जरूरी चीज है।