R Madhavan: वेदांत माधवन भारत के प्रोफेशनल स्विमर हैं और अभिनेता R Madhavan के बेटे हैं, जो कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।उनकी सुबह 4 बजे शुरू होने वाली अनुशासित दिनचर्या न केवल खेल में बल्कि मानसिक मजबूती के लिए भी बेहद फायदेमंद है।
Vedaant: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में, जहां लोग देर रात तक जागते हैं और सुबह देर तक सोते रहते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पारंपरिक जीवनशैली को अपनाकर मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को बेहतर बना रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण हैं अभिनेता आर. माधवन के बेटे वेदांत माधवन।
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में R Madhavan ने बताया कि उनका बेटा वेदांत हर दिन सुबह 4 बजे उठता है और रात को 8 बजे तक सो जाता है। यह केवल एक फिटनेस रूटीन नहीं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का एक प्रेरणादायक तरीका है। वेदांत की यह दिनचर्या "ब्रह्म मुहूर्त" के सिद्धांत पर आधारित है, जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक संतुलन का मार्ग माना जाता है। आइए जानें ब्रह्म मुहूर्त में जागने के फायदे और इसे अपनाने के आसान उपाय।
आर. माधवन ने बताया कि उनके बेटे वेदांत का दिन रात 8 बजे खत्म हो जाता है और सुबह 4 बजे शुरू होता है। वेदांत एक प्रोफेशनल स्विमर हैं। उनका यह सख्त रूटीन सिर्फ खेल के लिए नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती और आत्म-नियंत्रण का भी उदाहरण है। यह दिनचर्या न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाती है, बल्कि मन को भी शांत और फोकस्ड रखने में मदद करती है।
ब्रह्म मुहूर्त वह पवित्र समय होता है जो सूर्योदय से लगभग 1.5 घंटे पहले आता है, यानी सुबह लगभग 4 बजे से 6 बजे के बीच। आयुर्वेद और योग शास्त्रों में इसे आत्मचिंतन, ध्यान, योग और पढ़ाई के लिए सर्वोत्तम समय माना गया है। इस समय प्रकृति पूरी तरह से शांत होती है, जिससे शरीर, मन और आत्मा के बीच तालमेल बिठाना आसान हो जाता है।
सुबह का शांत माहौल मन को शांत करता है। इस समय ध्यान और प्रार्थना करने से सोचने की शक्ति और सकारात्मकता बढ़ती है।
समय पर सोकर और सुबह जल्दी उठने से नींद अच्छी आती है और शरीर दिनभर तरोताजा रहता है।
सुबह जल्दी उठने से दिन की शुरुआत पॉजिटिव तरीके से होती है, जिससे पूरे दिन आप एक्टिव और फोकस्ड रहते हैं।
सुबह हल्का योग या वॉक करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है।
जल्दी उठने से आपके पास दिन को अच्छे से प्लान करने का समय होता है, जिससे पढ़ाई, काम और जीवन सब बेहतर बनता है।
हर दिन अलार्म को 15 मिनट पहले सेट करें और धीरे-धीरे 4 बजे उठने की आदत डालें।
शरीर को पूरा आराम देना जरूरी है। कोशिश करें रात 9 से 9:30 बजे तक सो जाएं।
सोने से पहले किताब पढ़ें, मेडिटेशन करें या हल्का स्ट्रेच करें। मोबाइल और लैपटॉप से दूरी बनाएं।
सिर्फ जल्दी उठना ही नहीं, इस समय का उपयोग ध्यान, योग, पढ़ाई या खुद से जुड़ने के लिए करें।