Packaged Milk Side Effects: पैकेट वाला दूध हर घर की रोजमर्रा की जरूरत है, लेकिन इसे उबालने की हमारी आदत आपकी सोच से ज्यादा नुकसान कर सकती है। अक्सर लोग मान लेते हैं कि ज्यादा देर तक उबालने से दूध सुरक्षित हो जाता है, जबकि हकीकत इससे बिल्कुल उलट भी हो सकती है। जानिए यहां...
Packaged Milk Side Effects: हर सुबह की शुरुआत किचन में दूध उबालने से होती है। आजकल ज्यादातर घरों में पैकेट का दूध आते ही बिना सोचे-समझे गैस पर चढ़ा दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिसे हेल्दी बनाने के लिए आप उबालते हैं, उसी दूध की पौष्टिकता आप कम कर रहे होते हैं? हाल ही में इंस्टाग्राम पर ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स डॉक्टर, डॉ. मनन वोरा ने इसी मिथ को लेकर जागरूकता फैलाई और बताया कि पैकेट दूध को उबालना न सिर्फ गैर-जरूरी है, बल्कि कई बार नुकसानदायक भी साबित हो सकता है।
पैकेट या टेट्रा-पैक दूध पहले से ही पाश्चुरीकृत (Pasteurized) होता है। इस प्रक्रिया में दूध को एक निश्चित तापमान पर गर्म किया जाता है ताकि हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं। अगर दूध का पैकेट ठीक से सील है, फ्रिज में सही तापमान पर रखा गया है और एक्सपायरी डेट के अंदर है, तो यह दूध सीधे पीने के लिए सुरक्षित माना जाता है।
फूड एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पैकेट वाले दूध को बार-बार उबालने से उसमें मौजूद विटामिन B12 और B2 नष्ट हो सकते हैं। इससे न सिर्फ दूध का स्वाद बदल जाता है, बल्कि उसकी पौष्टिकता भी कम हो जाती है। यानी जिस दूध को आप सेहत के लिए पीते हैं, वही आपकी ऊर्जा को कम कर सकता है।
भारत में दूध उबालना सिर्फ आदत नहीं, बल्कि वर्षों पुरानी परंपरा है। पहले के समय में घरों में कच्चा दूध आता था, जिसे उबालना जरूरी था। लेकिन अब दौर बदल चुका है आज का दूध पहले से प्रोसेस्ड होता है। इसके बावजूद भी यह पुरानी आदत अब तक नहीं बदल पाई है।
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पाश्चुरीकृत दूध को सीधे या सिर्फ हल्का गर्म करके पीना बिल्कुल सही तरीका है। अगर आप चाय या कॉफी बना रहे हैं, तो दूध को हल्का गर्म करना ठीक है, लेकिन उसे बार-बार उबालना नहीं चाहिए क्योंकि इससे उसकी गुणवत्ता और पोषण दोनों घट जाते हैं।