Yoga For Healthy Heart: आजकल हार्ट अटैक (Heart Attack) के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी हार्ट अटैक के खतरे से बचना चाहते हैं, तो कुछ योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
Yoga For Healthy Heart: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खानपान और तनाव के चलते दिल की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। खासतौर से हार्ट अटैक, जो अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवाओं को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। लेकिन वहीं लाइफस्टाइल में सुधार और नियमित योगाभ्यास से दिल को मजबूत बनाया जा सकता है। योग न केवल स्ट्रेस कम करता है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन सुधार कर हार्ट हेल्थ को भी बेहतर बनाता है। आइए जानते हैं कुछ असरदार योगासन, जिन्हें अपनाकर आप हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक कम कर सकते हैं।
ताड़ासन शरीर को संतुलित करता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाता है। यह नर्वस सिस्टम को शांत कर दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
यह आसन सीने को खोलता है, सांस लेना आसान बनाता है और दिल पर दबाव कम करता है। यह दिल को मजबूत बनाने में मदद करता है।
स्पाइन और छाती को मजबूत करने वाला यह आसन हार्ट को एक्टिव रखता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है।
यह आसन तनाव कम करता है, हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मदद करता है और दिल को रिलैक्स रखता है।
खाने के बाद 5-10 मिनट वज्रासन में बैठना पाचन सुधारने के साथ-साथ हार्ट हेल्थ के लिए भी लाभकारी है। यह तनाव को कम कर दिल को आराम देता है।
यह प्राणायाम नाड़ी शुद्धि करता है, स्ट्रेस कम
करता है और पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाकर दिल की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
योग सेशन के अंत में शवासन करने से शरीर पूरी तरह रिलैक्स होता है। इससे हार्ट रेट सामान्य होता है और मानसिक तनाव दूर होता है।
-रोजाना 30 मिनट हल्की एक्सरसाइज या योग करें।
-जंक फूड, ज्यादा तेल-मसाले और मीठे का सेवन सीमित करें।
-तनाव से बचने के लिए ध्यान (Meditation) का अभ्यास करें।
-साल में एक बार हेल्थ चेकअप जरूर कराएं।
-धूम्रपान और एल्कोहल से दूरी बनाएं।
-ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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