श्रीराम जन्मभूमि की अयोध्या में भी चुनाव इसी चरण में, प्रधानमंत्री संग मुख्यमंत्री ने भी किया था रोड शो। आपको बता दे कि औसतन 3 से 4 रैलियों में प्रतिदिन पहुंच रहे यूपी के मुख्यमंत्री। लखनऊ पूर्व से विधानसभा उपचुनाव में भी मुख्यमंत्री ने मांगा जनसमर्थन।
लोकसभा चुनाव-2024 के लिए पांचवें चरण का चुनाव 20 मई को है। 18 मई यानी शनिवार की शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर चुनाव होंगे। इन सभी सीटों पर कमल खिलाने का संकल्प लिए योगी आदित्यनाथ चिलचिलाती धूप और 45 डिग्री तापमान में भी आमजन के बीच पहुंचे तो वहीं मौसम की परवाह किए बिना भी योगी आदित्यनाथ की रैलियों में जबरदस्त भीड़ उमड़ती रही। आमजन का यह प्यार, स्नेह देख योगी आदित्यनाथ भी यूपीवासियों के विश्वास के प्रति आभारी रहे। वहीं पांचवें चरण पर निगाह दौड़ाएं तो उत्तर प्रदेश के लिहाज से यह चरण काफी महत्वपूर्ण है।
इस चरण में यूपी की सबसे खास सीटों में से एक अयोध्या (लोकसभा-फैजाबाद) में भी चुनाव है। वहीं केवल एक सीट (रायबरेली) कांग्रेस के पास है, शेष पर भाजपा का कब्जा है। रायबरेली सीट पर भी कमल खिलाने और शेष पर पिछली बार से बढ़त दिलाने के लिए भी योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रत्याशियों का हाथ थामे रखा। उत्तर प्रदेश के अलावा स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ अब तक आठ राज्यों में भी चुनाव प्रचार कर चुके हैं।
योगी आदित्यनाथ 49 दिन के भीतर लोकसभा चुनाव-2024 के लिए 144 कार्यक्रम कर चुके हैं। 27 मार्च को मथुरा से सीएम ने प्रबुद्ध सम्मेलन कर यूपी की चुनावी कमान संभाल ली थी। 27 मार्च से 18 मई तक कुल 49 दिन सीएम मैदान में उतरे। इनमें 111 जनसभा कर कर्मयोगी के रूप में बनी अपनी पहचान को एक बार फिर सार्थकता प्रदान की। वहीं अब तक उन्होंने 15 प्रबुद्ध सम्मेलन, 12 रोड शो भी कर लिए हैं। इसके अलावा सीएम योगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (सातवें चरण में मतदान) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नामांकन में भी उपस्थित रहे। वाराणसी में कार्यकर्ता सम्मेलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त पांचवें चरण में होने वाले लखनऊ पूर्व विधानसभा उपचुनाव में भी सीएम योगी ने पार्टी प्रत्याशी ओपी श्रीवास्तव के लिए जनसभा कर मतदाताओं से समर्थन की अपील की।
भजन गायक कन्हैया मित्तल का गीत 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' जुबां-जुबां पर चढ़ गया है। अयोध्या में 500 वर्ष की प्रतीक्षा के उपरांत रामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान हुए तो इसका श्रेय मोदी-योगी की जोड़ी को जाता है। इस जोड़ी को यूपी समेत पूरे भारत में काफी मान मिल रहा है। ऐसे में इस चरण में फैजाबाद सीट पर होने वाला चुनाव भी काफी दिलचस्प होगा। इस सीट से भाजपा सांसद व प्रत्याशी लल्लू सिंह के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग सीएम योगी आदित्यनाथ का जबरदस्त रोड शो निकला था। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने दो अन्य जनसभा भी लल्लू सिंह के लिए की। मतदाताओं ने यूपी के योगी को आश्वस्त करते हुए कहा कि रामभक्त ही राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर।
पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों में से पांच पर पांच केंद्रीय मंत्री मैदान पर हैं। यूपी के मुखिया के तौर पर इन पांचों केंद्रीय मंत्रियों के लिए योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार किया और कमल खिलाने की अपील की। इस चरण में सबसे बड़ा नाम रक्षा मंत्री व लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह का है। वहीं अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मोहनलालगंज से कौशल किशोर, जालौन से भानु प्रताप सिंह वर्मा व फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति भी इन्हीं सीटों से प्रत्याशी हैं।
यूपी में वर्तमान में रायबरेली ही एक सीट है, जिस पर अभी कांग्रेस का कब्जा है। इस सीट से योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भाजपा से मैदान में हैं। वहीं कैसरगंज और बाराबंकी सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने नए प्रत्याशियों पर दांव चला है। कैसरगंज में पार्टी ने युवा चेहरे करण भूषण शरण सिंह को मैदान में उतारा है तो बाराबंकी से उपेंद्र रावत की जगह राजरानी रावत पर भाजपा ने दांव लगाया है। राजरानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग सीएम योगी आदित्यनाथ ने 17 मई को रैली की। 13 मई को भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी सीट के लिए चुनाव प्रचार किया। वहीं 12 मई को बहराइच जनपद के अंतर्गत कैसरगंज लोकसभा सीट के प्रत्याशी करण भूषण के लिए भी योगीआदित्यनाथ ने जनसभा कर उन्हें पहली बार सदन में भेजने का संकल्प मतदाताओं को दिलाया।
18 मई यानी शनिवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होगा। पांचवें चरण की इन सभी 14 सीटों पर योगी आदित्यनाथ प्रचार करने पहुंचे।
मोहनलालगंज- जनसभा (12 मई), 17 मई को बाराबंकी से पीएम संग सीएम ने कौशल किशोर के लिए की अपील
लखनऊ- जनसभा 14,15-16, 17 मई
रायबरेली-जनसभा (13 मई)
अमेठी- जनसभा (12, 14 मई)
जालौन- जनसभा (15 मई)
झांसी- रोड शो (15 मई)
हमीरपुर- जनसभा (15-16 मई)
बांदा- जनसभा (13 मई)
फतेहपुर- जनसभा (16 मई),
कौशांबी- जनसभा (16 मई)
बाराबंकी- जनसभा (13 मई, 17 मई)
फैजाबाद-जनसभा (14 मई, 17 मई)
कैसरगंज- जनसभा (12 मई)
गोंडा- जनसभा (17 मई)