लखनऊ

Atal Centenary: सुशासन का प्रतीक माने जाते हैं अटल जी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी को सुशासन का प्रतीक बताते हुए उनके योगदान को सराहा। उन्होंने सुशासन सप्ताह का शुभारंभ करते हुए कहा कि अटल जी के आदर्श और कृतित्व आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं। 25 दिसंबर तक यह सप्ताह विविध कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं के साथ मनाया जाएगा।

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Dec 19, 2024
मुख्यमंत्री योगी ने किया सुशासन सप्ताह का शुभारंभ

Atal Centenary: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को संगीत नाटक अकादमी में अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में सुशासन सप्ताह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने अटल जी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा, "अटल जी सुशासन का प्रतीक थे। उन्होंने राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में बदलते हुए देश को नई दिशा दी। उनका सार्वजनिक जीवन सदैव प्रेरणादायक रहा।"

अटल जी की उपलब्धियां: मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, स्वर्णिम चतुर्भुज, अंत्योदय योजना, और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकास ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अटल जी ने अपने छह दशक के राजनीतिक जीवन में कभी कोई कलंक नहीं आने दिया। वे एक ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने सबको साथ लेकर चलने का सामर्थ्य दिखाया।

अटल जी की कविताओं पर आधारित काव्य संध्या

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 25 दिसंबर को अटल जी की कविताओं पर आधारित काव्य पाठ और काव्य संध्या का आयोजन होगा। इस दौरान नवोदित कवियों को मंच प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों के लिए निबंध लेखन, भाषण, और पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है।

सुशासन के कार्यक्रम

.हर जिले में संगोष्ठी और प्रतियोगिताओं का आयोजन।

.25 दिसंबर को विजेताओं का सम्मान समारोह।

.पूरे वर्ष भर अटल जी के आदर्शों पर आधारित कार्यक्रम।

अटल जी के आदर्श और सुशासन के लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्श आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने सुशासन के जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश उन लक्ष्यों की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री के विचार: "अटल जी ने देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और लखनऊ से संसद में प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। उनकी सेवाएं और कृतित्व हम सभी के लिए मार्गदर्शक हैं।"

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