Dudhwa Tiger Reserve Tourism Income: योगी सरकार की ईको-पर्यटन नीति ने दुधवा टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए और आकर्षक बना दिया है। शुल्क में कोई वृद्धि किए बिना, सुविधाओं में सुधार कर सरकार ने आय में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की है। इस पहल से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिला है, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं।
Dudhwa Tiger Reserve: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि सही नीतियों और नियोजित प्रयासों से न केवल राजस्व बढ़ाया जा सकता है, बल्कि पर्यटकों को बेहतर अनुभव भी दिया जा सकता है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण है दुधवा टाइगर रिजर्व, जहां बिना किसी शुल्क वृद्धि के सुविधाओं में वृद्धि कर आय में उल्लेखनीय इजाफा दर्ज किया गया है।
दुधवा टाइगर रिजर्व में नवंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक के पर्यटन सत्र में कुल 44,644 पर्यटक (भारतीय व विदेशी) पहुंचे। इस अवधि में कुल 1,48,05,490 रुपये की आय हुई, जबकि इससे पिछले सत्र 2023-24 में कुल 51,195 पर्यटकों से 1,39,73,036 रुपये की आय हुई थी। यानी पर्यटकों की संख्या थोड़ी कम होने के बावजूद आय में वृद्धि देखी गई।
इस पर्यटन सत्र में सरकार द्वारा शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। बावजूद इसके, टाइगर रिजर्व में सुविधाओं का विस्तार कर पर्यटकों को आकर्षित किया गया। जंगल सफारी, ठहरने की बेहतर व्यवस्था, स्वच्छता, स्थानीय गाइड्स की ट्रेनिंग और अन्य मूलभूत सुविधाएं बढ़ाकर पर्यटकों को बेहतर अनुभव प्रदान किया गया।
योगी सरकार द्वारा प्रदेश में लागू सख्त कानून व्यवस्था का सकारात्मक प्रभाव पर्यटन स्थलों पर भी देखने को मिला है। पर्यटक स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं, जिससे उनके आने-जाने में वृद्धि होती है। दुधवा टाइगर रिजर्व जैसे दूरवर्ती क्षेत्र में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वन मंत्री के निर्देशों पर काम करते हुए दुधवा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को सर्वश्रेष्ठ सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है। 'अतिथि देवो भवः' की भावना के साथ काम करते हुए स्थानीय वन अधिकारियों ने सुविधाओं को जनोपयोगी बनाया।
पर्यटन गतिविधियों के विस्तार का एक बड़ा लाभ यह हुआ कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिले। गाइडिंग, भोजनालय, लॉजिंग, परिवहन सेवाएं जैसे क्षेत्रों में ग्रामीणों की भागीदारी बढ़ी है।
ईको-पर्यटन न केवल पर्यावरण को संरक्षित रखने का माध्यम बनता है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल देता है। दुधवा टाइगर रिजर्व में इसका उत्तम उदाहरण देखा गया है।