बारिश बनी आफत: यूपी में भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा नदी पहले ही खतरे के निशान को पार कर चुकी है और अब सरयू, शारदा और गंडक नदियां भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं। नदियों में पानी का तेज बहाव देखते हुए इनके खतरे के […]
बारिश बनी आफत: यूपी में भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा नदी पहले ही खतरे के निशान को पार कर चुकी है और अब सरयू, शारदा और गंडक नदियां भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं। नदियों में पानी का तेज बहाव देखते हुए इनके खतरे के निशान को पार करने की संभावना बनी हुई है। बाढ़ के कारण पिछले चौबीस घंटों में कुल 4 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
बाढ़ का कहर
अब तक राज्य के 27 जिलों की 78 तहसीलों की 1.60 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित हो चुकी है। 149 गांव जलमग्न हो गए हैं। प्रयागराज, बांदा और चित्रकूट में अगले चौबीस घंटों में बाढ़ का पानी और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। बाढ़ के चलते सरकार ने कुल 17 लोगों के मरने की पुष्टि की है और प्रत्येक पीड़ित परिवार को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
सुरक्षित स्थानों पर भेजी गई आबादी
प्रभावित जिलों की लगभग सत्रह हजार आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बदायूं में कचलाब्रिज के पास गंगा नदी 162.91 मीटर के खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी के पलिया कलां और बाराबंकी के एल्गिन बैराज में शारदा नदी, अयोध्या और बलिया में सरयू नदी भी खतरे के निशान से कुछ इंच की दूरी पर हैं।