Uttarakhand: उत्तराखंड के भूस्खलन की वजह से बड़ा हादसा हुआ, जिसमें करीब 3 लोगों की जान चली गई।
Uttarakhand: उत्तराखंड के गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर एक बड़ा हादसा हुआ। यहां भूस्खलन के कारण तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य यात्री घायल हो गए। घटना केदारनाथ पैदल मार्ग के चिरबासा की है। बताया जा रहा है कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पहाड़ी से अचानक मलबा गिर गया। इस दौरान वहां से कुछ तीर्थयात्री गुजर रहे थे। मलबे की चपेट में आने से तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और दो घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही गौरीकुंड पुलिस और डीडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीमों ने घटनास्थल से तीर्थयात्रियों को हटाया। साथ ही उन्होंने भूस्खलन को देखते हुए रास्ते को बंद कर दिया। इसके साथ ही सभी घायलों को गौरीकुंड के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक ही पहाड़ टूटकर गिरने लगे कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही मलबे के नीचे लोग दब गए।
इससे पहले बीते 10 जुलाई को जोशीमठ में भूस्खलन हुआ था, जिसके चलते बदरीनाथ नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया था। राहत की बात थी कि इस दौरान जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, चार धाम यात्रियों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
बता दें कि इस समय केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। केदारनाथ यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी। अब तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए केदारनाथ आ चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जिस दिन केदारनाथ के कपाट खुले थे। उसी दिन ही लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, चंपावत, धर्म सिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल और पिथौरागढ़ में येलो अलर्ट जारी किया है। रविवार यानी 21 जुलाई को कुमाऊं मंडल के चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर में कहीं-कहीं भारी से अत्यंत भारी वर्षा हो सकती है।