Gold And Silver Price: सोने और चांदी के दामों में लगातार गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों में उतार-चढ़ाव है। इसके अलावा, सरकार की कस्टम ड्यूटी में कटौती और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों ने भी सोने के दामों पर असर डाला है।
Gold And Silver Price: सोने और चांदी की कीमतों में बीते सप्ताह से लगातार गिरावट देखी जा रही है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में ही कमजोर प्रदर्शन के कारण निवेशकों और ग्राहकों के लिए नए सवाल खड़े हो गए हैं। इस लेख में जानिए सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के मुख्य कारण, भविष्य की संभावनाएं, और निवेश के लिए सही समय।
सोने और चांदी के दामों में गिरावट: प्रमुख आंकड़े, एमसीएक्स (MCX) रिपोर्ट के अनुसार
5 दिसंबर की एक्सपायरी वाला सोना सोमवार को ₹75,371 प्रति 10 ग्राम बिक रहा था। सप्ताह के अंत (15 नवंबर) तक यह गिरकर ₹73,946 पर पहुंच गया। यानी सिर्फ एक हफ्ते में ₹1,405 प्रति 10 ग्राम की गिरावट।
1 किलो चांदी की कीमत 11 नवंबर को ₹89,182 थी, जबकि 15 नवंबर को यह गिरकर ₹88,421 पर आ गई। इस दौरान चांदी ₹761 प्रति किलो सस्ती हुई।
घरेलू बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतें तेजी से गिरी हैं।
सोना ₹73,740 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
यह बीते तीन सालों में सबसे कम कीमत मानी जा रही है।
8 नवंबर को यह ₹77,382 प्रति 10 ग्राम था, यानी ₹3,642 की गिरावट।
22 कैरेट सोना ₹71,970, जबकि 18 कैरेट सोना ₹59,730 प्रति 10 ग्राम रहा।
मौजूदा बाजार मूल्य (लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन - 18 नवंबर 2024):
24 कैरेट सोना: ₹77,200 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: ₹75,000 प्रति 10 ग्राम
18 कैरेट सोना: ₹70,500 प्रति 10 ग्राम
चांदी (ज्वेलरी): ₹91,500 प्रति किलो
अमेरिकी डॉलर की मजबूती और वैश्विक बाजार में सोने की कम मांग प्रमुख कारण हैं।
केंद्र सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी में कटौती से दामों में गिरावट आई।
त्योहारी सीजन के बाद आभूषणों की मांग में गिरावट हुई है।
यदि वैश्विक अनिश्चितता और डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
घरेलू बाजार में शादियों के सीजन में मांग बढ़ने से कीमतों में तेजी आने की उम्मीद है।
सोने की खरीदारी करते समय इसकी शुद्धता को जांचना बेहद जरूरी है।
24 कैरेट: 999
22 कैरेट: 916
18 कैरेट: 750
आभूषण आमतौर पर 22 कैरेट के होते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा गिरावट निवेश के लिए सही मौका हो सकता है। सोने में लंबी अवधि का निवेश अधिक लाभकारी माना जाता है।
सोने और चांदी के दामों में गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों के लिए अवसर और चुनौती दोनों पेश की है। यदि आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह गिरावट आपके लिए सही समय साबित हो सकता है। हालांकि, बाजार के रुझान पर नजर रखना जरूरी है।