उत्तर प्रदेश सरकार ने गाय पालने वालों की आय में वृद्धि करने और देशी नस्ल के गायों के प्रति रुझान बढ़ाने के उद्देश्य से 'नन्द बाबा दुग्ध मिशन' योजना की शुरुआत की है। यह योजना 1 नवंबर से 30 नवंबर तक लागू होगी।
नन्द बाबा दुग्ध मिशन योजना के तहत विशेष रूप से देशी गायों की खरीददारी को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना के तहत लाभार्थियों को गायों की खरीदारी के लिए 10 देशी नस्लों का चयन किया गया है।
नन्द बाबा दुग्ध मिशन योजना के तहत यदि कोई लाभार्थी देशी गाय की डेरी खोलना चाहता है तो उसे पशुपालन विभाग से 11 लाख 80 हजार रुपये तक का अनुदान मिलेगा। इस अनुदान राशि को लाभार्थी को 50% अनुदान के रूप में मिलेगा, जबकि योजना की कुल लागत 23 लाख 60 हजार रुपये होगी। योजना के तहत लाभार्थी को 15% राशि खुद निवेश करनी होगी, जबकि शेष 35% राशि बैंक से ऋण के रूप में प्राप्त की जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में गायों की नस्ल सुधारना और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना है।
इस योजना का लाभ केवल चार लाभार्थियों को ही मिलेगा, जिन्हें ई-लॉटरी द्वारा चयनित किया जाएगा। इसके लिए आवेदकों को विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा और साथ ही हार्ड कॉपी भी विभाग में जमा करनी होगी। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विभाग ने एक विशेष टीम का गठन किया है जिसमें सीडीओ, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, बैंक अधिकारी और दुग्धशाला विकास अधिकारी शामिल हैं।
सरकार इस योजना के जरिए देशी गायों की संख्या में वृद्धि करना चाहती है साथ ही पशुपालकों की आय में भी सुधार लाना चाहती है। यह योजना पशुपालकों को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी सहायक होगी। इससे प्रदेश में दूध उत्पादन की गुणवत्ता में भी सुधार की संभावना है।