Good news: लखनऊ स्थित बलरामपुर अस्पताल में अब सुरक्षा व्यवस्था को और चाक-चौबंद किया जा रहा है। नए सुरक्षा उपायों के तहत अस्पताल में आने वाले तीमारदारों के लिए पास अनिवार्य कर दिया गया है, जबकि सुरक्षा गार्ड्स को वॉकी-टॉकी से लैस किया गया है। अस्पताल के प्रमुख केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पूर्व सैनिकों को सुरक्षा में शामिल किया जाएगा।
Good News: बलरामपुर अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नए कदम उठाए गए हैं। अस्पताल में अब हर तीमारदार को प्रवेश के लिए पास लेना अनिवार्य कर दिया गया है। एक रोगी के साथ केवल एक ही अटेंडेंट को अनुमति दी जाएगी और अधिकतम दो तीमारदार ही अस्पताल परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। कुछ क्षेत्रों में केवल एक तीमारदार को ही जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा, सुरक्षा गार्ड्स के बीच त्वरित संचार सुनिश्चित करने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल किया जाएगा।
सुरक्षा में और सुधार लाने के लिए पूर्व सैनिकों को भी अस्पताल परिसर में तैनात किया जाएगा। अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार ने कहा कि संवेदनशील जगहों पर पूर्व सैनिकों को तैनात करने से आपात स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया संभव होगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल के विभिन्न महत्वपूर्ण केन्द्रों, जैसे इमरजेंसी और आईसीयू, पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल के प्रवेश और निकास द्वारों पर बैरिकेडिंग और अतिरिक्त गेट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, सुरक्षा कर्मियों की निगरानी और कुशलता को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। शासकीय निर्देशों के अनुसार, जनता से अपील की गई है कि वे इन नियमों का पालन करें और अस्पताल परिसर में सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करें।
इन सभी उपायों का उद्देश्य रोगियों और उनके परिजनों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। अस्पताल प्रशासन ने सभी संबंधितों से अपील की है कि वे इन नियमों का पालन करें ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। यहां पर सुरक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जो कि अस्पताल में आने वाले सभी व्यक्तियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हैं।