लखनऊ

Heat wave Alert: लखनऊ के सरकारी अस्पताल हाई अलर्ट पर, मरीजों के लिए खास इंतजाम

Heat Wave Alert: लखनऊ में अप्रैल की शुरुआत के साथ ही भीषण गर्मी ने दस्तक दे दी है। बढ़ते तापमान और हीट वेव की चेतावनी को देखते हुए सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र अलर्ट पर हैं। कोल्ड रूम, ओआरएस काउंटर और इमरजेंसी सुविधाएं तैयार की जा रही हैं ताकि आमजन को राहत मिल सके।

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Apr 06, 2025
बढ़ते तापमान से हालात चिंताजनक, सीएमओ से लेकर चिकित्सा अधीक्षक तक सक्रिय, हर स्तर पर तैयारियां

Heat Wave Alert and Stroke Awareness program: उत्तर भारत में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ रफ्तार पकड़ ली है। अप्रैल की शुरुआत में ही पारा सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने हीट वेव को लेकर चेतावनी जारी की है। राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को अलर्ट कर दिया है। लखनऊ समेत सभी जिलों के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को कोल्ड रूम, ओआरएस काउंटर, आइस पैक रिजर्व, और आपातकालीन व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं ताकि हीट वेव के कारण किसी की जान न जाए।

क्या है हीट वेव के खतरे

डॉक्टरों के अनुसार अत्यधिक गर्मी के कारण शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है, जिससे दो प्रमुख स्थितियां उत्पन्न होती हैं:

  • हीट एक्जॉश्चन (Heat Exhaustion)
  • हीट स्ट्रोक (Heat Stroke)
  • हीट स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है और इसमें मरीज को तुरंत कोल्ड रूम में भर्ती करना जरूरी होता है।

सरकारी अस्पतालों की तैयारी
बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि:“हमने ओपीडी में हेल्थ डेस्क बनाई है जो लोगों को जागरूक करेगी। इसके अलावा इमरजेंसी में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है। प्राथमिक और गंभीर दोनों स्तर पर इलाज की पूरी व्यवस्था रहेगी।”

सीएमओ एन.वी. सिंह ने दिए सख्त निर्देश

सीएमओ डा. एनवी सिंह ने कहा: “सभी ग्रामीण सीएचसी व पीएचसी को कोल्ड रूम तैयार करने और एसी-कूलर की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। आईसपैक, आवश्यक दवाएं और ओआरएस की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।”

 लोगों को दिए गए ये बचाव के सुझाव

  • दोपहर 12 से 3 बजे तक धूप में बाहर न निकलें।
  • खूब पानी पियें – प्यास न लगे तब भी।
  • सूती, हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें।
  • गमछा, टोपी, छाता और धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें।
  • लस्सी, नींबू पानी, आम पना, छांछ जैसे पेय पदार्थ लें।
  • जानवरों को छांव में रखें और भरपूर पानी दें।
  • शराब, चाय और कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें।
  • संतुलित और हल्का भोजन करें।

क्या न करें – स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी

  • बच्चों और पालतू जानवरों को धूप में खड़े वाहनों में न छोड़ें।
  • बासी खाना और ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन से बचें।
  • खिड़कियां ढंक कर रखें ताकि बाहर की गर्मी अंदर न आए।
  • सूर्य के सीधे संपर्क से बचें, जहां तक संभव हो घर में रहें।

कोल्ड रूम – हीट स्ट्रोक मरीजों के लिए जीवन रक्षक व्यवस्था
कोल्ड रूम विशेष रूप से ऐसे मरीजों के लिए बनाए जा रहे हैं जो अत्यधिक गर्मी के कारण बेहोशी या चक्कर जैसी समस्या का सामना कर रहे हैं। यहां ठंडी हवा, बर्फ के पैक और मेडिकल मॉनिटरिंग के साथ तत्काल उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की सीमितता को ध्यान में रखते हुए, सीएचसी स्तर पर AC, कूलर और आवश्यक दवाएं पहले से ही भेजी जा रही हैं। साथ ही ग्रामीण लोगों को शिक्षित करने के लिए जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।

वर्तमान स्थिति: हीट स्ट्रोक के मरीज अभी नहीं, पर खतरा बना हुआ है

हालांकि फिलहाल अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों की संख्या कम है, लेकिन तापमान जिस तरह बढ़ रहा है, प्रशासन किसी भी संभावित संकट से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

हीट वेव से लड़ने के लिए बनी रणनीति

रणनीतिविवरण
कोल्ड रूमसभी अस्पताल और सीएचसी में बन रहे
ओआरएस काउंटरहर अस्पताल में उपलब्ध
आईसपैकरिजर्व में रखा जा रहा
हेल्थ डेस्कOPD में जागरूकता अभियान
दवाएंस्टॉक तैयार
मेडिकल स्टाफ24×7 ड्यूटी पर तैनात

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
हीट वेव एक प्राकृतिक आपदा की तरह है, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करती है। लेकिन थोड़ी सी सावधानी और सरकारी प्रयासों की मदद से इससे सुरक्षित रहा जा सकता है। सरकार, प्रशासन और डॉक्टर सभी मिलकर इस गर्मी से लड़ने को तैयार हैं,अब ज़रूरत है कि आम जनता भी इन निर्देशों का पालन करे और दूसरों को भी जागरूक करे।

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