High Alert in UP Top Medical Institutions: उत्तर प्रदेश सरकार ने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए राज्य के प्रमुख मेडिकल संस्थानों, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) को हाई अलर्ट पर रखा है। इस कदम का उद्देश्य संभावित आपात स्थितियों में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना है।
UP Medical Institution High Alert: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) को किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर रखा है। इस निर्णय का उद्देश्य संभावित आपात स्थितियों में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना है।
KGMU ने 'सावधान' (SAVDHAN) नामक एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य चिकित्सा कर्मचारियों को वास्तविक समय की आपात स्थितियों के लिए तैयार करना है। यह कार्यक्रम चार बार प्रति वर्ष आयोजित किया जाएगा, और अंतिम परीक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।
SGPGI ने भी आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। हालांकि कुछ रिपोर्टों में अस्पताल की संरचनात्मक कमजोरियों, जैसे कि सील किए गए आपातकालीन निकास और संकीर्ण गलियारों, के कारण आपात स्थितियों में जोखिम की ओर इशारा किया गया है। इन दोनों संस्थानों ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती और टॉप क्लास इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम की व्यवस्था की है।
उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और पीजीआई जैसे प्रमुख अस्पतालों में 24 घंटे मरीजों की आवाजाही बनी रहती है। यहां न केवल राज्य के विभिन्न जिलों से बल्कि देश के अन्य राज्यों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में अस्पतालों की भूमिका अत्यंत संवेदनशील हो जाती है। सामान्य दिनों में भी चिकित्सा सेवाएं सतर्कता के साथ संचालित होती हैं, लेकिन किसी बड़ी आपदा या आपात स्थिति की आशंका होने पर सभी अस्पतालों को तुरंत अलर्ट पर रखा जाता है। वर्तमान में पूरे उत्तर प्रदेश के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।