Holi 2025: होली के अवसर पर यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 8 मार्च से 18 मार्च 2025 तक अतिरिक्त बसें संचालित करने का निर्णय लिया है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने यात्रियों की सुगम यात्रा के निर्देश दिए हैं, साथ ही उत्कृष्ट कर्मचारियों को 4400 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
Holi Extra Buses: उत्तर प्रदेश सरकार ने होली पर्व को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए 8 मार्च से 18 मार्च 2025 तक अतिरिक्त बसें चलाने का निर्णय लिया है। परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। साथ ही, उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को 3500 रुपये से लेकर 4400 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
परिवहन मंत्री ने बताया कि होली के दौरान उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को लौटते हैं। ऐसे में, 08 मार्च से 18 मार्च 2025 तक अतिरिक्त बसों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। गाजियाबाद, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख स्थानों से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या अधिक होती है, इसलिए इन क्षेत्रों में बसों और कर्मचारियों की संख्या को आवश्यकतानुसार बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि यदि किसी प्रारंभिक प्वाइंट से 60 प्रतिशत यात्रियों का लोड मिलता है, तो संबंधित अधिकारी पूर्वी क्षेत्र में अतिरिक्त सेवाओं के संचालन की व्यवस्था करें। साथ ही, शत-प्रतिशत निगम बसों को ऑन-रोड किया जाए और उन्हें लगातार संचालन में रखा जाए। पर्व के दौरान अनुबंधित बसों को अवकाश नहीं दिया जाएगा और वाहन मालिकों को अपनी बसों को समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
होली के दौरान सुगम यात्रा के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे:
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि पर्व अवधि में अनुबंधित, संविदा और आउटसोर्सिंग के अंतर्गत आने वाले चालक-परिचालकों को निर्धारित औसत किलोमीटर संचालन करने पर विशेष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
होली के दौरान यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने विशेष योजना बनाई है। अतिरिक्त बसों की उपलब्धता, सुरक्षा उपायों और उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन देने की यह पहल यात्रियों को आरामदायक और सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। इससे न केवल परिवहन व्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ेगा।