Lucknow के गोमती नगर क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में कुख्यात चेन स्नैचर शिवम गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं और वह लगातार शहर में लूट की वारदातें कर रहा था। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और उसे अस्पताल भेजा गया।
Lucknow Police Encounter : राजधानी लखनऊ के व्यस्त और संवेदनशील माने जाने वाले गोमतीनगर इलाके में गुरुवार देर शाम एक बार फिर अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें कुख्यात चेन स्नैचर शिवम गुप्ता को पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट सहित करीब एक दर्जन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह मूल रूप से लखीमपुर खीरी का रहने वाला है और पिछले कई महीनों से लखनऊ में लगातार चेन स्नैचिंग और मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
घटना का सिलसिला कुछ दिनों पहले शुरू हुआ, जब 31 अक्टूबर 2025 की रात करीब 9 बजे राज ठाकुर से दो अज्ञात बाइक सवारों ने गले की चेन छीनकर फरार हो गए। इसके दो दिन बाद 2 नवंबर की रात लगभग 9:30 बजे संदीप कलवार के साथ भी इसी तरह की वारदात हुई। दोनों ही मामलों में पीड़ितों ने बताया कि वारदात बेहद तेजी से हुई और बाइक बिना नंबर प्लेट के थी, जिसके बाद थाना गोमतीनगर में अभियोग पंजीकृत किया गया।
चूंकि घटनाएं लगातार दो दिनों के भीतर एक ही पैटर्न पर हुई थीं, इसलिए पुलिस अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए मौके का निरीक्षण किया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर क्राइम ब्रांच, सर्विलांस टीम और गोमती नगर पुलिस की संयुक्त टीमें गठित की गईं। टीमों ने क्षेत्र के हर प्रमुख मार्ग के CCTV फुटेज खंगाले और मुखबिरों के जरिए भी सुराग जुटाने की कोशिश की। कई फुटेज में संदिग्ध बाइक और उसके रूट की जानकारी मिली, जिसके आधार पर पुलिस ने अपनी निगरानी और बढ़ा दी। इसी बीच गुरुवार 7 नवंबर को पुलिस को एक महत्वपूर्ण सूचना मिली कि वही अज्ञात बाइक सवार, जो पहले घटनाओं में शामिल था, गोमती नगर इलाके में किसी नई वारदात की फिराक में घूम रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस और सर्विलांस टीम क्षेत्र के कई हिस्सों में चेकिंग करती हुई सक्रिय हो गई।
करीब शाम के समय दयाल चौराहे की ओर से एक बिना नंबर की काली पल्सर बाइक पर दो युवक आते दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन दोनों तेज रफ्तार में भागने लगे। पीछा करने पर बाइक सवारों ने रक्षा वाहिनी रोड पर पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से गोली चला दी। पुलिसकर्मियों ने बताया कि गोली उनके बेहद करीब से गुजरी, जिसके बाद उन्होंने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की।
जवाबी गोली एक युवक के पैर में लगी और वह सड़क पर गिर पड़ा। उसका साथी अंधेरे और घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। घायल बदमाश को तुरंत हिरासत में लेकर अस्पताल भेजा गया। पूछताछ में उसकी पहचान शिवम गुप्ता पुत्र राकेश गुप्ता, निवासी लखीमपुर खीरी के रूप में हुई।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि शिवम के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट सहित लगभग एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह पिछले कई महीनों से लखनऊ और आसपास के जिलों में चेन स्नैचिंग और मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। शिवम की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि वह लगातार CCTV में दिखने के बावजूद हर बार बच निकलता था। पुलिस ने उसके कब्जे से छीनी गई सोने की चेन, एक मोबाइल फोन, नकद रुपये, एक तमंचा, जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किया है। बरामद किए गए सामान से स्पष्ट है कि घायल होने से पहले आरोपी किसी अन्य घटना को अंजाम देने की तैयारी में था। पुलिस फरार साथी की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दे रही है और सर्विलांस टीम उसकी लोकेशन ट्रेस करने में लगी है।
गोमतीनगर पुलिस ने बताया कि शिवम बेहद शातिर तरीके से वारदात करता था। वह ज्यादातर शाम के समय ऐसी गलियों और सड़कों को चुनता था, जहां भीड़ तो हो लेकिन पुलिस की मौजूदगी कम रहे। वह बाइक का नंबर प्लेट हमेशा हटा देता था ताकि पहचान न हो सके। घटना के बाद कुछ किलोमीटर दूर जाकर वह दिशा बदल लेता और अलग रास्तों से निकल जाता। कई पीड़ितों ने बताया कि आरोपी बेहद तेज गति से वारदात करता था। पहले वह बाइक धीमी करता, फिर झटके से पास आकर पलक झपकते चेन छीनकर भाग जाता। पुलिस को उम्मीद है कि शिवम की गिरफ्तारी से कई पुराने केस भी खुलेंगे।
उच्चाधिकारियों ने बताया कि पुलिस टीमों ने पेशेवर तरीके से अभियान चलाया और आरोपी को सुरक्षित तरीके से पकड़ने की पूरी कोशिश की गई। जब बदमाश की ओर से गोलीबारी की गई तब मजबूरी में पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। घायल आरोपी का इलाज सरकारी अस्पताल में कराया जा रहा है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उसके ठीक होते ही पुलिस उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगी ताकि उसके साथी और चोरी के नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।