Lucknow Woman Alleges Dowry Harassment: लखनऊ में एक विवाहिता ने पति और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना और धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया। पीड़िता का कहना है कि पति ने पहली पत्नी को तलाक देकर उससे शादी की, अब तीसरी महिला से संबंध बनाकर तलाक की धमकी दे रहा है। पुलिस जांच में जुटी है।
Third Marriage Case Lucknow: राजधानी लखनऊ के पीजीआई क्षेत्र में एक विवाहिता ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। फर्रूखाबाद के फतेहगढ़ की रहने वाली शालू नामक महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति आशुतोष ने पहली पत्नी को तलाक देकर उससे दूसरी शादी की थी, लेकिन शादी के बाद से ही उसे दहेज की मांग पूरी न करने पर प्रताड़ित किया जाने लगा। इतना ही नहीं, अब पति किसी तीसरी महिला के साथ संबंध बनाकर उसे भी तलाक की धमकी दे रहा है।
शालू ने बताया कि 24 जून 2012 को उसकी शादी आशुतोष नामक युवक से हुई थी। उस समय आशुतोष ने पहली पत्नी को तलाक देकर दूसरी शादी रचाई थी। शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन शादी के कुछ ही समय बाद ससुराल में उसका जीवन कठिन हो गया। पति और परिजन लगातार दहेज की मांग करने लगे। शालू के अनुसार कई बार उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
शालू का कहना है कि उनके एक बेटी होने के बावजूद पति और परिवार का रवैया नहीं बदला। दोनों परिवारों के बीच कई बार बातचीत कर विवाद सुलझाने की कोशिश हुई, मगर कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
शालू का आरोप है कि अब पति आशुतोष किसी तीसरी महिला से संबंध बना चुका है। इस महिला ने भी शालू को धमकाया और मारपीट की। पीड़िता ने कहा कि आशुतोष उसे तलाक देने की धमकी दे रहा है ताकि वह तीसरी महिला से शादी कर सके।
पीड़िता के मुताबिक, सास सुशीला, ससुर श्यामवीर, देवर आशीष और अभिनव, तथा ननद राखी ने भी दहेज की मांग और प्रताड़ना में अहम भूमिका निभाई। आरोप है कि उन्होंने कई बार मिलकर शालू के साथ मारपीट की और गाली-गलौज की।
शालू की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया और पति आशुतोष सहित ससुराल के पांच अन्य सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, आरोप गंभीर हैं और मामले की जांच की जा रही है। पीजीआई थाना प्रभारी का कहना है कि सबूतों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह मामला केवल व्यक्तिगत विवाद नहीं है, बल्कि समाज में बढ़ते महिला उत्पीड़न के मामलों की गंभीरता को भी उजागर करता है। महिला सुरक्षा के लिए सरकार लगातार सख्त कानून बना रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसी घटनाएँ अब भी सामने आ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पीड़ित को समय पर न्याय मिलना अत्यंत आवश्यक है, ताकि समाज में सख्त संदेश जाए।
शालू का कहना है कि उसने कई बार पति और ससुराल वालों के अत्याचार को सहन किया, मगर अब उसकी सहनशक्ति जवाब दे चुकी है। वह चाहती है कि दोषियों को सख्त सजा मिले ताकि किसी और महिला के साथ ऐसा न हो। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, मारपीट, गाली-गलौज और धोखाधड़ी के आरोपों में केस दर्ज कर लिया है। जांच में दहेज मांगने, प्रताड़ना देने और तीसरे विवाह के इरादे के सबूतों की पुष्टि की जा रही है।
यह घटना समाज के उस काले सच को सामने लाती है, जहाँ आज भी दहेज की मांग और रिश्तों में धोखाधड़ी जैसी समस्याएँ महिलाओं को प्रभावित कर रही हैं। पीड़िता शालू न्याय की उम्मीद में पुलिस और प्रशासन के दरवाज़े खटखटा रही है, जबकि आरोपी पक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज़ी से आगे बढ़ रही है।