Mahakumbh 2025 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने स्लज उपचार की व्यापक व्यवस्था की है। 1,50,000 शौचालयों के स्लज का उपचार तीन अस्थायी और स्थायी एसटीपी, सेसफुल व्हीकल और पाइपलाइन के माध्यम से किया जाएगा। इसके साथ ही पम्पिंग स्टेशन और अन्य तकनीकी उपायों से मेला क्षेत्र में स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी।
Mahakumbh 2025 के आयोजन को लेकर जल निगम और नगरीय विभाग ने मेला क्षेत्र में स्लज निस्तारण के लिए व्यापक व्यवस्था की है। 1,50,000 शौचालयों से निकलने वाले स्लज के उपचार के लिए तीन अस्थायी और एक स्थायी एसटीपी, सेसफुल व्हीकल और पाइपलाइन की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री योगी 7 दिसंबर को अरैल के फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करेंगे।
महाकुंभ 2025 के लिए जल निगम की तैयारियां
महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, और इस विशाल आयोजन के लिए जल निगम और नगरीय विभाग ने स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। महाकुंभ के दौरान शौचालयों से निकलने वाले स्लज का निस्तारण जल निगम के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए 3 अस्थायी एसटीपी और नैनी व झूंसी के स्थायी एसटीपी तैयार किए गए हैं। साथ ही, अरैल में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की मदद से भी स्लज का उपचार होगा।
स्लज निस्तारण के लिए तकनीकी तैयारी
जल निगम, नगरीय विभाग ने मेला क्षेत्र में स्लज के निस्तारण के लिए अत्याधुनिक तकनीकी व्यवस्था की है। मेला क्षेत्र के शौचालयों के स्लज को 9 सेसफुल व्हीकल और सीवेज पाइपलाइन की मदद से एसटीपी तक भेजा जाएगा। विभाग के पास 4000 लीटर क्षमता के चार सेसफुल व्हीकल, 3000 लीटर के तीन सेसफुल व्हीकल और 1000 लीटर के दो सेसफुल व्हीकल होंगे। यह व्हीकल नियमित रूप से स्लज का निस्तारण करेंगे।
अलोपी पम्पिंग स्टेशन की क्षमता का विस्तार
महाकुंभ के अतिरिक्त दबाव को शहर पर न पड़ने देने के लिए जल निगम ने अलोपी पम्पिंग स्टेशन की क्षमता 45 केएलडी से बढ़ाकर 80 केएलडी कर दी है। 10 दिसंबर से यह स्टेशन अपनी पूरी क्षमता से काम करेगा, जिससे मेला क्षेत्र के स्लज निस्तारण में सहूलियत होगी।
मुख्यमंत्री का निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 दिसंबर को अपने प्रयागराज दौरे के दौरान अरैल स्थित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करेंगे। यह प्लांट जून महीने से नैनी, महेवा और आस-पास के क्षेत्रों के घरेलू सेप्टिक टैंक से स्लज का उपचार कर रहा है। यहां से ट्रीटेड स्लज को झूंसी के को-ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाता है, जहां से फाइनली 10 से 20 बीओडी का ट्रीटेड पानी छोड़ा जाता है।
महाकुंभ 2025 का स्वच्छता अभियान
महाकुंभ 2025 के आयोजन के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट विजन है कि महाकुंभ का आयोजन पूरी तरह से स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में हो। जल निगम और नगरीय विभाग इस लक्ष्य को साकार करने के लिए अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं।