Army Recruitment : भारतीय सेना की भर्ती प्रक्रिया में डिजिटल बदलाव का असर अब ज़मीन पर दिख रहा है। लखनऊ में मेजर जनरल मनोज तिवारी ने ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा (CEE) केंद्रों का दौरा किया और अभ्यर्थियों से बातचीत कर उनकी राय जानी। यह निरीक्षण पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में अहम कदम है।
Army Recruitment Online Common Entrance Exam: भारतीय सेना में भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने की दिशा में किए गए प्रयासों के तहत लखनऊ में ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा (CEE) केंद्रों का निरीक्षण मुख्यालय भर्ती जोन, लखनऊ (ZRO) के क्षेत्रीय भर्ती अधिकारी मेजर जनरल मनोज तिवारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर निदेशक भर्ती कार्यालय लखनऊ, कर्नल अजय पटियाल भी मौजूद रहे। यह दौरा सेना में अग्निवीर भर्ती योजना के अंतर्गत देशभर में चल रही ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली की गुणवत्ता, पारदर्शिता और कार्यप्रणाली की वास्तविक स्थिति जानने के उद्देश्य से किया गया। यह परीक्षा 30 जून से 10 जुलाई 2025 तक देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित की जा रही है।
इस निरीक्षण का प्रमुख उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों पर निर्धारित मानकों का पालन हो रहा है, तकनीकी व्यवस्था दुरुस्त है और परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही। मेजर जनरल तिवारी ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का जायजा लेते हुए वहां तैनात कर्मचारियों से भी बातचीत की। उन्होंने परीक्षा की निगरानी प्रणाली, तकनीकी सुरक्षा उपाय, बायोमेट्रिक सत्यापन, CCTV कवरेज और केंद्र में मौजूद आपातकालीन प्रबंधन व्यवस्था की बारीकियों को समझा।
सबसे अहम क्षण तब आया जब मेजर जनरल तिवारी ने परीक्षा देने आए युवाओं से बातचीत की। उन्होंने परीक्षार्थियों से ऑनलाइन परीक्षा के अनुभव, तकनीकी चुनौती, परीक्षा के स्वरूप, और केंद्र की सुविधा के बारे में विस्तार से फीडबैक लिया। कई छात्रों ने बताया कि पहले की तुलना में ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली ने उन्हें पारदर्शिता और आत्मविश्वास दिया है। "पहले डर लगता था कि कहीं परीक्षा में धांधली न हो जाए, लेकिन अब जब हर स्टेप ऑनलाइन है, तो हमें यकीन है कि मेरिट के आधार पर चयन होगा," एक परीक्षार्थी ने बताया।
भारतीय सेना ने 2023 में अग्निवीर योजना लागू करने के साथ ही CEE को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया। यह सेना की भर्ती प्रक्रिया में सबसे बड़ा बदलाव था। इससे पहले CEE ऑफलाइन पेन-पेपर मोड में होता था, जिसमें धोखाधड़ी, पेपर लीक और अनुचित साधनों के इस्तेमाल की शिकायतें आती थीं।
लखनऊ में परीक्षा के लिए चुने गए केंद्रों में हाई-टेक कंप्यूटर लैब, प्रशिक्षित स्टाफ, सीसीटीवी निगरानी, फुल-प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था और मेडिकल सहायता उपलब्ध करवाई गई थी।
अग्निवीर योजना भारत सरकार द्वारा 2022 में शुरू की गई एक चार वर्षीय सेवा योजना है, जिसके तहत युवा 17.5 से 21 वर्ष की उम्र में सेना में भर्ती हो सकते हैं। इस योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया के तीन चरण होते हैं:
CEE के डिजिटलीकरण से अब देश के हर कोने के युवा समान रूप से भागीदारी कर सकते हैं, चाहे वह ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र से हो। इससे सामाजिक समावेशिता को भी बढ़ावा मिला है।
मेजर जनरल मनोज तिवारी ने परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण के बाद संवाददाताओं से कहा ki"सेना की भर्ती प्रक्रिया को तकनीकी रूप से आधुनिक बनाना समय की मांग है। इससे न केवल प्रणाली पारदर्शी होती है, बल्कि युवाओं में विश्वास भी बढ़ता है कि चयन पूरी तरह मेरिट के आधार पर हो रहा है। हम लगातार इस प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।"
भारतीय सेना अब न केवल भर्ती प्रक्रिया को डिजिटल बना रही है, बल्कि भविष्य में शारीरिक दक्षता परीक्षणों के डिजिटल रिकॉर्डिंग, चिकित्सकीय परीक्षण की ई-हेल्थ रिपोर्ट, और ऑनलाइन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की योजना भी बना रही है। यह सेना को न केवल सैन्य रूप से बलवान, बल्कि प्रशासनिक रूप से आधुनिक और दक्ष बनाएगा।
इस नई प्रणाली के तहत युवाओं को अब केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि तकनीकी रूप से भी सजग रहना होगा। कंप्यूटर का सामान्य ज्ञान, डिजिटल लॉगिन, ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया, डिजिटल लॉगिन से परीक्षा देना जैसी प्रक्रियाएं अब अनिवार्य हो चुकी हैं।
लखनऊ में आयोजित यह निरीक्षण केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि यह सेना की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक था जिसमें ईमानदारी, पारदर्शिता और नवाचार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। अग्निवीर योजना और उसके अंतर्गत ऑनलाइन CEE जैसी पहले भारत के युवाओं को एक सशक्त भविष्य की ओर ले जा रही हैं। सेना अब सिर्फ सीमाओं की रक्षा करने वाली संस्था नहीं, बल्कि तकनीकी, नैतिक और प्रशासकीय उत्कृष्टता का प्रतीक बन रही है।