KGMU Brajesh Pathak: लखनऊ में आयुष्मान भारत योजना के सात वर्ष पूर्ण होने पर केजीएमयू में विशेष आयोजन हुआ। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने बड़ी सौगात दी। अब मरीज घर बैठे ही कॉल सेंटर के जरिए डॉक्टर का अपॉइंटमेंट बुक कर सकेंगे और अस्पतालों की लंबी लाइनों से निजात पाएंगे।
Good News Now Book Doctor Appointment from Home: प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में एक और क्रांतिकारी बदलाव करते हुए सरकार ने मरीजों को लाइन में लगकर समय बर्बाद किए बिना घर बैठे डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेने की सुविधा उपलब्ध करा दी है। यह सुविधा आयुष्मान संपर्क कॉल सेंटर के जरिए शुरू की गई है। इसके माध्यम से मरीज अब अपने घर से ही डॉक्टर का समय ले सकेंगे। इस नई पहल की घोषणा उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को की। उन्होंने कहा कि मरीजों को अब अस्पतालों के बाहर घंटों लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी।
देश की सबसे महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना - आयुष्मान भारत ने सात वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में एक विशेष आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और आम नागरिकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “आयुष्मान भारत ने करोड़ों लोगों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीब परिवारों को राहत दी है। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि यह योजना भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे बड़ी क्रांति है।”
ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल और आधुनिक तकनीक से जोड़ने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। अब मरीजों को अस्पताल पहुंचकर लंबी कतारों में समय बर्बाद नहीं करना होगा। वे घर बैठे कॉल सेंटर से अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं और निश्चित समय पर डॉक्टर से मिल सकते हैं। इस सुविधा के लिए आयुष्मान संपर्क कॉल सेंटर को पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। इसके जरिए प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को अपॉइंटमेंट की जानकारी और स्लॉट उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि आयुष्मान योजना ने सात वर्षों में न केवल गरीब परिवारों का स्वास्थ्य सुरक्षा कवच बना बल्कि डिजिटल इंडिया अभियान से भी सीधे तौर पर जुड़ गई है। ऑनलाइन पंजीकरण, स्मार्ट कार्ड, ई-रिकॉर्ड और अब कॉल सेंटर के माध्यम से अपॉइंटमेंट बुकिंग जैसी सुविधाएं आम जनता को तकनीक से जोड़ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मरीज कॉल सेंटर पर कॉल करके अपनी बीमारी और डॉक्टर से संबंधित जानकारी देंगे। कॉल सेंटर का कर्मचारी मरीज की सुविधा के अनुसार स्लॉट बुक करेगा। इसके बाद मरीज को एसएमएस या व्हाट्सऐप पर अपॉइंटमेंट की जानकारी मिल जाएगी।
कार्यक्रम में आयुष्मान योजना की सात वर्षों की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला गया। बताया गया कि योजना के तहत देशभर में करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया गया है। उत्तर प्रदेश में भी लाखों मरीज इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। कैंसर, हृदय रोग, किडनी की बीमारी, जटिल ऑपरेशन और अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज गरीब परिवारों को मुफ्त मिला है। ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” के संकल्प का सटीक उदाहरण है।
इस नई पहल से खासतौर पर ग्रामीण और छोटे कस्बों से आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। अक्सर इन क्षेत्रों से आने वाले लोगों को बड़े अस्पतालों में घंटों कतार में लगना पड़ता था। कई बार पूरा दिन केवल डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेने में निकल जाता था। अब कॉल सेंटर के जरिए अपॉइंटमेंट बुक कर मरीज तय समय पर सीधे डॉक्टर के पास जा सकेंगे। डॉक्टरों का कहना है कि इस कदम से भीड़ नियंत्रण में मदद मिलेगी और मरीजों को व्यवस्थित सेवाएं मिल पाएंगी। इससे डॉक्टरों को भी अपने समय का बेहतर उपयोग करने का मौका मिलेगा।
कार्यक्रम में आए मरीजों और उनके परिजनों ने इस सुविधा को सराहा। लखीमपुर खीरी से आए एक मरीज के परिजन ने कहा, “हम अक्सर घंटों लाइन में लगकर परेशान होते हैं। अगर यह सुविधा सही से लागू हो गई तो हमें बहुत राहत मिलेगी।” वहीं, गोंडा से आई एक महिला मरीज ने कहा, “अब घर बैठे अपॉइंटमेंट बुक करने से हमें यात्रा और इंतजार दोनों से छुटकारा मिलेगा।”
कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बताया कि आयुष्मान भारत ने सात सालों में जिस गति से सफलता हासिल की है, वह आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह बदल देगा। सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिले। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही टेलीमेडिसिन सेवाओं का दायरा भी बढ़ाने जा रही है। इसके तहत मरीज वीडियो कॉल के जरिए भी डॉक्टर से परामर्श ले सकेंगे।